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शासन के मंशा के अनुरूप उठाये जा रहे सुधारात्मक कदम

गाजीपुर। कोविड-19 महामारी के रोकथाम एवं प्रभावी नियंत्रण हेतु जनपद गाजीपुर मे जिलाधिकारी ओम प्रकाश आर्य के कुशल नेतृत्व में
शासन के मंशा के अनुरूप अनेक सुधारात्मक कदम उठाये गये है।

उन्होने बताया कि ऐसे सभी व्यक्ति जो कोरोना वायरस संक्रमित हैं, उनकी कान्टैक्ट ट्रेसिंग कराकर शत-प्रतिशत लोगों का टेस्ट कराया जा रहा है। लक्षणयुक्त व्यक्तियों को अस्पताल भेजा जा रहा है। लक्षण रहित कोविड-19 रोगियों को निर्धारित प्रोटोकाल के पूर्ण करने की शर्तों के साथ होम आइसोलेशन में रहने की छूट दी जा रही है। उन्हें आरोग्य सेतु एवं होम आइसोलेशन मोबाइल ऐप को डाउनलोड कराया जा रहा है। रोगी अथवा उसके अटेण्डेन्ट द्वारा नियन्त्रण कक्ष पर दूरभाष के द्वारा अपने स्वास्थ्य की जानकारी देनी होगी। होम आइसोलेशन में रहने वाले कोविड धनात्मक वाले मरीजों को एक मेडिकल किट क्रय करके अपने पास रखनी है, जिसमें पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर, माक्स, सोडियम हाइपोक्लोराइड साल्यूशन एवं प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली वस्तुएं शामिल होंगी। रोगी एवं देखभाल करने वाला व्यक्ति नियमित रूप से रोगी एवं अपने स्वास्थ्य का अनुश्रवण करेगा तथा सांस लेने में कठिनाई, शरीर में आक्सीजन की कमी, सीने में लगातार दर्द, बोलने में समस्या, चेहरे या किसी अंग में कमजोरी तथा होठों/चेहरे पर नीलापन होने पर तत्काल जनपद के स्वास्थ्य अधिकारियों/नियन्त्रण कक्ष से सम्पर्क स्थापित करेगा। इसके अतिरिक्त एकीकृत कोविड कमाण्ड एवं कन्ट्रोल सेण्टर द्वारा होम आइसोलेशन में रखे गये सभी कोविड संक्रमित रोगियों के स्वास्थ्य का अनुश्रवण किया जा रहा है। कन्टेनमेट जोन (हॉट स्पाट) घोषित क्षेत्रों में धारा 144 का पूर्णरूपेण पालन कराया जा रहा है तथा सम्बंधित क्षेत्र में सेनेटाइजेशन साफ-सफाई चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चत कराने के साथ ही होम डिलिवरी के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा रही है। कोविड-19 के संक्रमण के सम्बन्ध में निर्देशों का अनुपालन न होने की दशा में ऐपिडेमिक एक्ट के अन्तर्गत कार्यवाही की जायेगी। कन्टेनमेट क्षेत्रों के व्यक्तियों को यदि किसी कारणवश बाहर निकलना हो तो वे मास्क लगाकर तथा सेनेटाइजर के साथ निकले। प्रत्येक व्यक्ति मास्क पहनकर निकले तथा एक दूसरे से दो गज की दूरी अवश्य बनायें रखें। सभी दुकानदार यह सुनिश्चित करेंगे कि बिना मास्क लगाये व्यक्तियों को समान न दे तथा सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन हो। ऐसे सभी व्यक्ति जिनको खांसी, बुखार, सांस लेने में दिक्कत हो वे इसकी सूचना तत्काल प्रभारी चिकित्साधिकारी/सम्बधित उपजिलाधिकारी को दें ताकि इनका कोविड टेस्ट कराया जा सके। सभी कार्यालयाध्यक्ष द्वारा अपने कार्यालय में कोविड हेल्प डेस्क की स्थापना किया गया है तथा यह भी सुनिश्चित किया जा रहा है कि बिना आक्सीजन, तापमान व सुगर की जांच किये तथा बिना सेनेटाइजर का प्रयोग के कोई भी व्यक्ति कार्यालय में प्रवेश न करें। जनपद में 05 अगस्त से 15 अगस्त के मध्य घर-घर का सर्वे कर गम्भीर रोगों से ग्रसित तथा सीरी एवं आईएलआई रोगियों की सूची तैयार कर उनकी टेस्टिंग की जा रही है। ऐसे सभी व्यक्ति जो किसी भी कोरोना पाजिटिव व्यक्ति के सम्पर्क में आये हों अथवा गम्भीर रूप से किसी बीमारी से ग्रसित हों तो तत्काल नजदीकी सामुदायिक/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर अपनी जॉच अवश्य करायें अथवा किसी भी प्रकार की मदद के लिए कन्ट्रोल एवं कमाण्ड सेन्टर के नम्बर-0548-2224041, 2226001, 2226002 पर फोन कर सकते हैं। बाढ़ की सम्भावना को दृष्टिगत रखते हुए जिला व तहसील स्तर पर बाढ़ नियन्त्रण कक्ष की स्थापना की गयी है। सोलह विकास खण्डों तथा नगर पालिका परिषद गाजीपुर में बाढ़ केन्द्र खोले गये हैं। जनपद में कुल 46 बाढ़ राहत शिविर व 92 बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं। जनपद में कुल 541 नावों का चिन्हींकरण किया गया है, सभी के मालिकों के नाम, पता तथा मोबाइल नम्बर का सत्यापन करा लिया गया है। बाढ़ से प्रभावित परिवारों को खाद्यान्न पैकेट वितरण हेतु ई-टेण्डरिंग के माध्यम से आपूर्तिकर्ता फर्म का चयन कर लिया गया है। पशुओं के भूसे की व्यवस्था कर लिया गया है। सर्प डंस से बचाव हेतु सामुदायिक केन्द्रों/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर एण्टी स्नेक
वेनम पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसके अतिरिक्त 1700 मेडिकल किट भी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों हेतु तैयार किया गया है। जिलाधिकारी ने समस्त उपजिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि अधीनस्थ अधिकारियों/कर्मचारियों एवं स्वयं बाढ़ की स्थिति पर सत्त निगरानी रखें एवं जिला स्तर पर स्थापित कन्ट्रोल रूम को भी अवगत कराना सुनिश्चित करेगें