गाज़ीपुर। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भू माफियाओं के खिलाफ लगातार अभियान चलाकर जमीनों पर से अवैध कब्जा हटवा रही है, और भूमाफिया सलाखों के पीछे भेजे जा रहे हैं, वही गाजीपुर में अति प्राचीन रामलीला कमेटी हरिशंकरी के लंका स्थित एक भूखंड पर दबंग भूमाफियाओं की नीयत खराब है, और दबंगो द्वारा कई बार इस भूखंड पर कब्जा करने का प्रयास जा रहा है, लेकिन कमेटी के पदाधिकारियों की शिकायत पर जिला प्रशासन फौरी तौर पर करवाई कर अवैध निर्माण हटा तो देती है लेकिन कोई ठोस करवाई नहीं होने के कारण दबंग आए दिन उसपर कब्ज़ा करने का प्रयास करते हैं।
अभी ताज़ा मामला कल शुक्रवार 2 अक्टूबर का है जब दबंगो ने टेंट की आड़ में पीछे अवैध रूप से पक्का निर्माण करना शुरू किया तो शिकायत पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुची तो दबंग भाग गए और काम रोक दिया गया, लेकिन अर्ध निर्माण अभी भी वैसे ही पड़ा हुआ है। इसके पहले जुलाई 2020 में भी दबंगो ने टीन शेड की दुकान बनवाया था जिसकी शिकायत पर जिलाप्रशासन ने जॉइंट मजिस्ट्रेट प्रभास कुमार की निगरानी में जेसीबी से अवैध निर्माण हटवाया था, किंतु पुनः 2 महीने बाद भूमाफियाओं की शह पर स्थानीय दबंग आगे पर्दा रूपी टेंट लगाकर पीछे अवैध निर्माण करने लगे हैं जिसके चलते कमेटी के लोगो में चिंता बनी हुई है। इस बाबत कमेटी के कार्यकारिणी सदस्यों ने अध्यक्ष दीनानाथ गुप्ता की अध्यक्षता में आपात बैठक कर जिलाधिकारी को एक लिखित शिकायती प्रार्थना पत्र के साथ जमीन स्वामित्व से संबंधित कागजात कार्यालय में एसडीएम श्री भारत को सौंपा है और पूरी बात बताई है, जिसपर उन्होंने त्वरित करवाई का भरोसा भी दिया है।
अति प्राचीन रामलीला कमेटी “हरिशंकरी” के मंत्री ओमप्रकाश उर्फ बच्चा तिवारी ने बताया है कि लंका के पश्चिमी छोर पर रामलीला कमेटी की जमीन पर बार बार स्थानीय दबंग अवैध कब्ज़ा कर ले रहे हैं और गाज़ीपुर जिला प्रशासन से शिकायत करने पर मदद भी मिलती है और अस्थायी रूप से अवैध निर्माण हटा भी दिया जाता है लेकिन बदमाश दबंगो पर इसका कोई असर नहीं पड़ता है और वे फिर अपने गलत मंसूबो से प्रशासन को ठेंगा दिखाकर फिर अवैध कब्जे में लग जाते हैं, जिसे स्थायी रूप से रोकना आवश्यक है अन्यथा परिणाम गम्भीर हो सकता है। इस मामले में जबतक कड़ी कानूनी करवाई नहीं होगी दबंग नहीं मानेंगे। अभी 13 अक्टूबर अनलॉक 5 नियमो म् मिली छूट के बाद से रामलीला मंचन का सांस्कृतिक कार्यक्रम भी सूक्ष्म रूप से आयोजित किया जाना है, समय भी कम है और फिर बार बार ऐसी समस्याओं के घटित होने से कमेटी के लोग काफी परेशान हैं और शासन प्रशासन से दबंगो के खिलाफ स्थायी और कड़ी करवाई की मांग कर रहे हैं जिससे सामाजिक और सांस्कृतिक धरोहर को बचाया जा सके और न्याय हो।
इस अवसर पर अतिप्राचीन रामलीला कमेटी के पूर्व अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता योगेश वर्मा, कोषाध्यक्ष अभय अग्रवाल, प्रदीप शर्मा, विनय कुमार, पंडित लव त्रिवेदी, ओमनारायण सैनी, रोहित आदि सदस्य उपस्थित रहे।