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आजादी के बाद सबसे ज्यादा आत्महत्या किसानों ने किया-किसान नेता रतन सिंह

कंदवा(चन्दाैली)। इस देश में किसानों की हालत फटक चन्द गिरधारी न लोटा न थाली वाली है। आलम यह है कि सभी राजनैतिक दल जब विपक्ष में रहते हैं तो किसान इनके एजेन्डा में रहता है लेकिन जब सत्ता में आते हैं तो किसान उनके एजेंडे से बाहर हो जाता है और वे किसानों को भूल जाते हैं। जिसका परिणाम है कि आजादी के बाद सबसे ज्यादा आत्महत्या किसानों ने किया है। उक्त बातें किसान नेता रतन सिंह ने बुधवार को बरहनी तिराहे पर पत्रकारों से कहीं।

उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के हित में मात्र निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम मूल्य पर कृषि उत्पादों की खरीदारी करना संज्ञेय अपराध घोषित कर दे तो किसानों का अपने आप भला हो जाएगा। लेकिन कोई भी सरकार आज तक ऐसा नहीं कर पायीं।इससे साबित होता है कि सरकार के एजेंडा में किसान नहीं हैं।किसानों की दुर्दशा देखकर साबित हो रहा है कि केंद्र की कोई भी सरकार किसानों की कोई चिन्ता नहीं करती हैं। इस दौरान धर्मेन्द्र सिंह, उदय प्रताप सिंह, अजय सिंह आदि लोग मौजूद रहे।