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मां मंशा देवी के चरणों मे भक्तों की भीड़

कन्दवा(चन्दौली)।क्षेत्र के बरहनी गांव स्थित मां मंशा देवी शक्ति एवं भक्ति की प्रतीक हैं।शारदीय नवरात्र में इन दिनों मां मंशादेवी मंदिर परिसर और पूरा गांव जय अम्ब हरे जगदम्ब हरे,जय जय जग जननी अम्ब हरे के मंत्र से गुंजायमान हो रहा है ।

उक्त मंत्रोच्चार प्रतिवर्ष शारदीय नवरात्र के पहले दिन से शुरु होकर नवमी तिथि तक अनवरत चलता रहता है।दिन में जहां महिलाएं पूरी जिम्मेदारी संभालती हैं तो रात में मंत्रोच्चार की जिम्मेदारी पुरूष सम्भालते हैं।
मां मंशादेवी की स्थापना कितने साल पहले हुई थी, इसे बताने वाला बरहनी सहित आसपास के गांवों में भी कोई मौजूद नहीं है।पुराने मंदिर के जर्जर व क्षतिग्रस्त होने पर वर्ष 2000 में गांव के हरिद्वार सिंह ने ग्रामीणों के सहयोग से 111 फुट ऊंचे मंदिर का निर्माण कराया और मां मंशादेवी की मूर्ति की स्थापना कराई।आज भी उसी मंदिर में पुरानी मूर्ति भी रखी हुई है।गांव व क्षेत्र के लोगों का कहना है कि मां की महिमा अपरंपार है।मंदिर के पुजारी बासदेव तिवारी बताते हैं कि ऐसी मूर्ति यहां के अलावा सिर्फ हरिद्वार में ही देखने को मिलती है।111 फुट ऊंची मां मंशादेवी की प्रतिमा अपने आप में अलौकिक छवि समेटे हुए है ।मां के दरबार से आज तक कोई खाली हाथ नहीं लौटा है।