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ट्रेन का ठहराव समाप्त किये जाने से ग्रामीण आक्रोशित

गहमर। स्थानीय ग्राम सभा के पकड़ीतर में बुद्ववार को शाम तीन बजे एक रेलवे द्वारा गहमर रेलवे स्टेशन पर रूकने वाली श्रमजीवी और बाम्बे जनता एक्प्रेक्स का ठहराव 4 दिसम्बर को खत्म किये जाने के विरोध में ग्राम गहमर के रेलवे स्टेशन पर होने वाले धरने की तैयारी के लिए एक बैठक आयोजित की गई।

बैठक को संबोधित करते हुए गहमर के अखंड गहमरी ने कहा कि जब से कोरोना काल में ट्रेनों का नम्बर बदल कर परिचालन शुरू हुआ तब से गहमर रेलवे स्टेशन पर श्रमजीवी और बाम्बे जनता एक्सप्रेस का ठहराव था, परन्तु अचानक ऐसा क्या गहमर में हो गया जो इन ट्रेनो का ठहराव कोरोना के नाम पर खत्म कर दिया। जब कि अभी तक कोरोना का एक भी केस गहमर में नहीं आया। यही नहीं 18 दिसम्बर से चलाई जा रही प्रयागराज-हाबड़ा विभूति का ठहराव भी गहमर में नहीं हो रहा है ये समझ में नही आ रहा।
गहमर रेलवे स्टेशन पर इन ट्रेनों के ठहराव खत्म किये जाने से सैनिको एवं उन यात्री जिनका टिकट पहले से था, काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रेलवे के कई निर्णय ऐसे हैं जिन्हें देख कर साफ लगता है कि रेलवे गहमर के साथ कोई दुश्मनी निकाल रहा है। वह रेलवे स्टेशन जहाँ से प्रतिदिन सैकड़ो सैनिक यात्रा प्रारम्भ और समाप्त करते हैं उस स्टेशन से ठहराव हटा रहा है।
उन्होनें ग्रामवासीयों से अपील किया कि वह जाति-धर्म, दलगत राजनीति से ऊपर उठकर गहमर के स्वाभिमान के लिए अधिक संख्या में रेलवे स्टेशन पहुँचे।
इसी क्रम में गहमर के लक्ष्मीकान्त उपाध्याय ने कहा कि हम सब सर्वसहमति से ये निर्णय ले रहे हैं कि 10 दिसंबर को एक बजे गहमर रेलवे स्टेशन परिसर में धरना प्रारंभ करेंगें और शांतिपूर्ण तरीके से 4 बजे तक बैठेगें। यदि हमारी एक सुत्रीय माँग जिसमें कोरोना के नाम पर जो ट्रेनो का ठहराव खत्म कर दिया गया है उसके ठहराव पुन: हो की माँग यदि पूरी नहीं हुई तो 16 दिसंबर से अनिश्चित कालीन धरना शुरू कर देगें और धरना तब तक जारी रहेगा जब तक हमारी माँग न मान ली जाये।
इस बैठक सुधीर सिंह, आदर्श सिंह, आनंद सिंह, अवसार आलम, अभिषेक सिंह, कुणाल सिंह, आशु सिंह, मुकेश, बड़क, टीकू सिंह, पंकज सिंह, विकास महाजन, मनोज सिंह, रवि उपाध्याय, शिव दयाल इत्यादि मौजूद रहे, सभा की अध्यक्षता कानपुर से आये विनोद संचालन राधवेन्द्र सिंह ने किया।