गाजीपुर। टीकाकरण, परिवार और समुदाय को सुरक्षित रखने के लिए सुरक्षा कवच का काम करता है। शिशुओं का टीकाकरण करने के बाद समुदाय को स्वस्थ रखने की नीव रखी जा सकती है। टीकाकरण शिशु को सम्पूर्ण सुरक्षा देता है । इन्हीं सबको ध्यान में रखते हुये जिले में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। इसके साथ ही समीक्षा के लिए प्रत्येक सप्ताह एएनएम की बैठक भी की जा रही है। इसी कड़ी में सोमवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कासिमाबाद ब्लॉक में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम को लेकर समीक्षा बैठक की गयी ।
ब्लॉक कार्यक्रम प्रबन्धक (बीपीएम) दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि बैठक में नियमित टीकाकरण के साथ ही आगामी दिनों में होने वाले जेई टीकाकरण और 11 फरवरी से कोविड-19 टीकाकरण को लेकर समीक्षा की गयी। उन्होंने बताया कि जनपद गाजीपुर में रेवतीपुर ब्लाक और कासिमाबाद ब्लाक के टीकाकरण की स्थिति कम है जिसको लेकर कुछ केन्द्रों को चिन्हित किया गया है जहां पर टीकाकरण कम हुए हैं उन केन्द्रों केंद्रों को अगले दो माह में पूरा करने का लक्ष्य दिया गया है।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि संपूर्ण टीकाकरण को गति प्रदान करके वंचित लोगों तक पहुँच बनाने के लिए भारत सरकार ने एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम, मिशन इंद्रधनुष प्रारंभ किया है। यह लाभार्थियों की संख्या, भौगोलिक पहुँच और टीकों की मात्रा के आधार पर विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम है, जिसमें प्रति वर्ष लगभग 2.70 करोड़ नवजात शिशुओं को लक्षित किया जाता है। इस कार्यक्रम के तहत मीजल्स-रूबेला (एमआर), रोटा वायरस वैक्सीन (आरवीवी) एवं नीमोकॉक्कल कन्ज्यूगेट वैक्सीन (पीसीवी) जैसे नए टीकों को भी शामिल किया गया है। यह एक देशव्यापी अभियान है जिसमें सभी बच्चों को लक्षित किया गया है चाहे उनका आवास कहीं भी हो।
बैठक में ब्लॉक की सभी एएनएम, सीएचओ, स्वास्थ्य निरीक्षक, एआरओ जय प्रकाश प्रजापति, एचईओ पंकज गुप्ता , बीसीपीएम शमा परवीन ,डाटा ऑपरेटर देव नारायण सिंह कुशवाहा एवं लिपिक शशि भूषण सिंह मौजूद रहे।