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दो केन्द्रों पर 61 लोगों ने लगवाया कोविड-19 का टीका

गाजीपुर। जिले के एक सरकारी अस्पताल समेत एक निजी अस्पताल में सोमवार को कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की गयी । तीसरे चरण में 60 वर्ष से ऊपर के सभी वरिष्ठ नागरिकों के साथ ही 45 से 59 वर्ष तक के पूर्व से गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों का टीकाकरण किया जा रहा है। सोमवार को जिले के दो केन्द्रों में से जिला अस्पताल में 61 और सिंह हॉस्पिटल गंगा ब्रिज रोड पर शून्य लोगों का टीकाकरण किया गया।

जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ उमेश कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सोमवार से टीकाकरण का तीसरा चरण शुरू हो चुका है। कोरोना टीकाकरण के इस चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और जिनकी उम्र 45 साल से अधिक है और वह बीमारी से पीड़ित हैं, उनका भी टीकाकरण किया जाएगा। आमजन के टीकाकरण के लिए भारत सरकार द्वारा https://selfregistration.cowin.gov.in/ ऐप जारी किया गया है जिस पर पात्र व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन कर कोविड-19 टीकाकरण सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क और प्राइवेट अस्पतालों में ₹250 का भुगतान कर करा सकते हैं ।
डॉ उमेश कुमार ने बताया कि इस पोर्टल पर रजिस्टर्ड होने के लिए 60 साल से ऊपर के व्यक्ति मोबाइल नंबर को इंटर कर रजिस्टर्ड कर सकता है जिसके पश्चात मोबाइल पर एक वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा । ओटीपी नंबर डालने के पश्चात अपना नाम, उम्र, लिंग के साथ परिचय पत्र को अपलोड करना होगा । इसके साथ ही 45 साल का कोई व्यक्ति जो बीमारी से पीड़ित हो उसे अपने बीमारी का प्रमाण पत्र भी इसमें डालना होगा। इसके पश्चात लाभार्थी को अपने नजदीक का सेंटर और तिथि भी सेलेक्ट करना होगा। इसके अलावा इसके बारे में विस्तृत जानकारी के लिए 1507 पर फोन कर इसके बारे में विस्तृत जानकारी ली जा सकती है।

45 से 59 साल के लोग किन बीमारियों में टीकाकरण के पात्र होंगे?
केंद्र सरकार ने फिलहाल उन बीमारियों की सूची नहीं जारी की है, जिनसे ग्रसित मरीज कोरोना टीकाकरण के लिए पात्र होंगे। हालांकि, मामले से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि डायबिटीज, हाइपरटेंशन और कैंसर के मरीजों के अलावा वह लोग टीका लगवा सकेंगे, जिनका हृदय, लिवर, किडनी या फेफड़ों से जुड़े रोगों के अलावा स्ट्रोक से ग्रसित हैं ।

45 पार लोगों के लिए बीमारी के प्रमाणन की क्या प्रक्रिया होगी?
लाभार्थियों को टीकाकरण केंद्र पर बीमारी से जुड़ा प्रमाण पत्र पेश करना पड़ेगा, जिस पर पंजीकृत चिकित्सक के दस्तखत होना अनिवार्य रहेगा।

लाभार्थियों का वेरिफिकेशन कैसे होगा?
सरकार की ओर से स्वीकृत 12 पहचान पत्रों से लाभार्थियों का वेरिफिकेशन किया जाएगा। इनमें आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, मनरेगा जॉब कार्ड, मतदाता पहचानपत्र, पैन कार्ड, जनप्रतिनिधियों को जारी पहचानपत्र, बैंक/पोस्ट ऑफिस पासबुक, पासपोर्ट, पेंशन दस्तावेज, सरकारी कर्मचारियों का सेवा पहचानपत्र और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के तहत जारी स्मार्ट कार्ड शामिल है। पहचानपत्र में दर्ज जानकारी का मिलान मतदाता सूची से किया जाएगा।