गहमर(गाजीपुर)। तहसील क्षेत्र के सरैला गांव में मंदिर की जमीन पर अवैध रूप से अतिक्रमण करने एवं लेखपाल पर गंभीर आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया।
गौरतलब हो कि सरैला गांव में आराजी नंबर 315 ग नाले के किनारे बंजर की जमीन है। जिसकी नापी 20 जून 2020 को तत्कालीन एसडीएम की मौजूदगी में हुई थी। कब्रिस्तान के बगल में स्थित यह जमीन पर शिव मंदिर के लिए चिन्हित किया गया था। जिसके पूजा पाठ एवं देख रेख के लिए गांव के ही विनोद राजभर को सौंपी गई थी। आरोप है कि विनोद राजभर मन्दिर निर्माण के लिए गिराए गए इट का निजी प्रयोग में ला रहे हैं। इसकी शिकायत जब उपजिलाधिकारी को की गई तो वहाँ से भी निराशा हाँथ लगी। इसके साथ ही ग्रामीणो ने लेखपाल पर आरोप लगाते हुए कहाकि सम्बन्धित लेखपाल द्वारा मोटी रकम लेकर इस जमीन पर दो लोगो को कब्जा दिला गया है। आक्रोशित ग्रामीणो ने शुक्रवार को भाकपा माले के बैनर तले धरने पर बैठ गए। और संबंधित लेखपाल और दोषीयो के खिलाफ कार्यवाई के लिए जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। घूरा राम ने बताया कि अभी पिछले दिनों घास फूस की मड़हे में अराजक तत्वो ने आग लगा दी थी। वावजूद इसके प्रशासन कोई कार्यवाई नही कर रहा है। लोगो ने चेताया कि मंदिर की जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराते हुये दोषी लेखपाल पर कार्यवाई नही हुई तो हम सभी तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन को बाध्य होंगे।
इस मौके पर उमा राम, विजय कुमार वनवासी, टेंगरी, मुन्ना राम, सत्यप्रकाश गौतम, कमला राय, सतेंद्र, सरजन राम, केवला देवी, अतवारी देवी, नेतियां आदि लोग मौजूद रहे। इस बाबत उपजिलाधिकारी सेवराई रमेश मौर्या ने बताया कि मामला संज्ञान में है। धरना की शिकायत मिली है जिस पर तहसीलदार आलोक कुमार को लेखपाल, कानूनगो द्वय के साथ मौका पर भेजा गया है। जांचोपरांत न्यायोचित कार्यवाई की जाएगी।