जमानिया। एक घंटे की बारिश में नगर के सभी नाले सफाई के अभाव में उफान मारने लगे और देखते ही देखते कस्बा बाजार की मुख्य सड़क पर नदी बहने लगी। जिसे देख कर सहज ही जमानियां नगर पालिका के साफ सफाई के दावों का अंदाजा लगाया जा सकता है। ऐसा नहीं है कि नगर पालिका क्षेत्र की सिर्फ एक जगह पर ऐसा नजारा देखने को मिला। नाली से पानी निकासी न होने से कमोबेश सभी सड़कों का यही हाल है। कागजों में उड़ान भर रही नगर पालिका में सफाई के नाम पर प्रतिमाह 21 लाख खर्च किये जाते है लेकिन हालात बद से बत्तर ही है। नगर के 25 वार्डों की साफ सफाई के लिए नगर पालिका में कुल 92 सफाई कर्मी तैनात हैं जिसमें से 21 सरकारी तथा 49 संविदा कर्मी है। वही साफ-सफाई को लेकर नगर पालिका द्वारा आउटसोर्सिंग से भी 22 सफाई कर्मियों को रखा गया है।नगर में कुल एक एक बड़ा नाला 28 मध्यम नाले हैं। हिला लो की लंबाई लगभग 20 किलोमीटर है। इसकी सफाई के लिए सफाई कर्मियों पर मोटी रकम खर्च की जाती है लेकिन बारिश के समय नालियों का गंदा पानी सड़क पर बहता है और कस्बा बाजार झील में तब्दील हो जाती है। तो सवाल उठना लाजमी है कि ये सफाई कर्मियों ने अपना दायित्व का निर्वहन ठीक से किया है या नहीं और उनके काम पर नजर रखने वालो ने अपनी जिम्मेदारी निभाई या नही।
सफाई और जल जमाव का आलम यह है कि नगर पालिका गेट पर ही बारिश के समय पानी लग जाता है। इतना ही नही डाकखाना, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र‚ पशु अस्पताल‚ तहसील परिसर, विकास खंड सहित राजपुर, हरपुर मोहल्ला, स्टेशन बाजार आदि जगहों पर बने नाले व सड़को पर जलजमाव नगर पालिका की पोल खोल रही हैं। ऐसी फोटो बीते दिनों कई बार प्रकाशित भी हुई है। लेकिन बेसुध नगर पालिका अभी भी नहीं चेत रहा है और प्रतिमाह 21 लाख रुपये की बन्दर बांट में लगा हुआ है। नगर पालिका द्वारा देवी दयाल मार्ग में नाला का निर्माण कराया गया। लेकिन नगर पालिका के जिम्मेदारों ने उस नाले की निकाल के बारे में सोचा ही नहीं। यही कारण है कि नगर में जहां-तहां नालियां तो बनी है लेकिन उन नालीयों से पानी की निकासी नहीं हो पाती है और नालों का गंदा पानी सड़क पर बहता रहता है। सड़क के किनारे बनी नालियों पर दुकानें सज रही है और नाली अतिक्रमण का भेंट चढ चुका है और साफ सफाई नदारत है। इस संबंध में अधिशासी अधिकारी अब्दुल सब्बुर ने बताया कि नियमित रूप से नगर में साफ सफाई कराई जा रही है।