जमानिया(गाजीपुर)। तहसील सभागार में मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना विषयक पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें बेटी–बेटा एक बराबर समझने की बात कही गई और योजना से संबंधित जानकारी विस्तार से दी गई।
तहसील विधिक सेवा समिति के सचिव लालजी विश्वकर्मा ने कोरोना से प्रभावित हुए बच्चों के पालन-पोषण के लिए संचालित मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना की जानकारी दी। कहा योजना के तहत आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। पढ़ाई से लेकर विवाह तक का खर्च सरकार करती है। बच्चे या फिर अभिभावक को चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रतिमाह मिलती है। उन्होंने कहा कि बेटी व बेटों में भेदभाव न करें। आज भी बेटियों का 18 वर्ष से पहले विवाह कर दिया जाता है, जो कानूनन अपराध है। उपस्थित लोगों से अपील की गई कि इसका अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कर लोगों को जागरूक करें। इस अवसर पर रजिस्ट्रार कानूनगो त्रिभुवन सिंह‚ राजस्व निरीक्षक अशोक कुमार‚ राजस्व निरीक्षक प्रदीप कुमार‚ पेशकार विजय बहादुर‚ आरती देवी‚ अजीत सिंह कुशवहा‚ पंकज‚ संजय कुमार‚ राम राज आदि लोग मौजूद रहे।