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आशा कार्यकर्ता रीता रानी ने 13 पुरुषों की नसबंदी करा बनाया कीर्तिमान

गाजीपुर। जनसंख्या नियंत्रण और परिवार नियोजन के लिए शासन की बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही है। जिसमें स्थाई और अस्थाई उपाय शामिल है। वहीं अगर हम पुरुष नसबंदी की बात करें तो एक महिला कर्मी को इसके लिए किसी पुरुष को प्रोत्साहित करना बड़ा ही मुश्किल काम होता है। लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवकली के अंतर्गत चलने वाला सब सेंटर हथौड़ी की आशा कार्यकर्ता रीता रानी ने जनपद में पुरुष नसबंदी के मिले टारगेट 57 में 13 पुरुषों की नसबंदी करा कर जनपद में कीर्तिमान स्थापित किया।

एसीएमओ एनएचएम डॉक्टर के.के. वर्मा ने बताया कि जनपद में 57 पुरुष नसबंदी के लिए चिन्हित किया गया था। आशा कार्यकर्ता रीता रानी ने 13 पुरुषों को नसबंदी के लिए प्रोत्साहित किया और लक्ष्य पूरा करने में मदद मिली। यह अपने आप में एक सराहनीय कार्य है।

आशा कार्यकर्ता रीता रानी ने बताया कि उनकी नियुक्ति 2006 में हुई थी। उन्होंने नसबंदी कराने के इस प्रयास में लोगो को प्रोत्साहित करने के लिए अपने पति की भी मदद ली । इससे अब तक 13 पुरूष नसबंदी कराने में सफलता प्राप्त किया। साथ ही उन्होंने बताया कि इन 13 लाभार्थियों में 9 लाभार्थियों ने अपने दो बच्चे के बाद ही अपनी नसबंदी कराया है। इसके अलावा उन्होंने 20 महिला नसबंदी और 8 अंतरा के साथ ही अब तक करीब डिलीवरी भी कराया है। उन्होंने बताया कि अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर महिलाओं को टीटी का इंजेक्शन एवं जांच समय पर कराने के लिए प्रोत्साहित करती रहती हैं। साथ ही प्रसव होने के बाद बच्चों का टीकाकरण समय से कराने का भी लोगों को बताती हैं।

इस दौरान उन्होंने बताया कि अगले कैम्प के लिए भी उन्होंने 6 लाभार्थी को तैयार किया हुआ है। जो अपना नसबंदी अगले खुशहाल परिवार दिवस के कार्यक्रम में कराएंगे। बताते चलें कि पुरुष नसबंदी कराने पर लाभार्थी को शासन की तरफ से ₹4000 और आशा कार्यकर्ता को ₹400 का लाभ शासन की तरफ से देय होता है।