गाजीपुर। किसी भी आपात स्थिति में मदद के लिए तैयार एंबुलेंस सेवा एक तरह से लोगों के लिए जीवनदायिनी साबित हो रही है। ऐसा ही वाकया सात फरवरी की रात आठ बजे हुआ जब 108 एंबुलेंस के पास काल आई कि सैदपुर ब्लॉक के नारायणपुर ककरही गांव पहुंचना है। आशा कार्यकर्ता आशा देवी ने बताया कि महिला का प्रसव होना है और पीड़ा बढ़ गई है। इसकी जानकारी पर पायलट विशाल यादव और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन (ईएमटी) अमरेंद्र कुमार 13 मिनट में बताए गए लोकेशन पर पहुंच कर महिला को अस्पताल के लिए लेकर चल दिए। अस्पताल पहुँचने से पूर्व ही सैदपुर रेलवे क्रॉसिंग के पास महिला का दर्द अत्यधिक बढ़ गया और वहीं पर ईएमटी की मदद से महिला का सुरक्षित प्रसव कराया गया।
एंबुलेंस के जिला प्रभारी मोहम्मद फरीद ने बताया कि 108 एंबुलेंस सेवा लगातार “क्विक रिस्पांस” देने का कार्य कर रही है। इसी के तहत 13 मिनट में बताए गए लोकेशन पर पायलट और ईएमटी पहुंचे। महिला को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सैदपुर के लिए तत्परता से रवाना हुए लेकिन इसके पूर्व ही एंबुलेंस के अंदर महिला की प्रसव पीड़ा बढ़ गई। ईएमटी ने सुरक्षित प्रसव कराया और फिर महिला अस्पताल में जच्चा-बच्चा को भर्ती कराया जहां पर दोनों स्वस्थ बताए जा रहे हैं। हालांकि गर्भवती को अस्पताल ले जाने के लिए 102 एम्बुलेंस सेवा है किन्तु तत्काल की आवश्यकता को देखते हुए नजदीकी 108 एम्बुलेंस को मौके पर रवाना किया गया था। ऐसी परिस्थिति में सुरक्षित प्रसव कराने की ट्रेनिंग ईएमटी को मिली होती है।
पायलट विशाल यादव ने बताया कि करीब ढाई माह पूर्व भी उनकी एंबुलेंस में सुरक्षित प्रसव कराया गया था। उसमें भी ईएमटी की बड़ी भूमिका थी।
मौजूदा समय में जनपद में 108 एंबुलेंस की संख्या 37 और 102 एंबुलेंस की संख्या 42 है। 108 एंबुलेंस आपातकालीन सेवा और 102 एंबुलेंस बच्चों व महिलाओं के लिए आरक्षित है। जनपद में पिछले एक माह में 108 एंबुलेंस के द्वारा 3800 और 102 एंबुलेंस के द्वारा 8800 मरीजों को सेवा दी गयी।