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खरवार समाज में जागरुकता को लेकर चलाया जा रहा प्रदेशव्यापी अभियान

गाजीपुर। प्रादेशिक खरवार सभा उ. प्र. के जिला प्रभारी अरविन्द सिंह खरवार के द्वारा आने वाले प्रदेश कार्यकारिणी के चुनाव व समस्त खरवार समाज में जागरुकता को लेकर एक प्रदेशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है।

जिसके अंतर्गत सभी जनपदों के जिलाध्यक्ष / जिला महामंत्री, सक्रिय पदाधिकारियों व खरवार सदस्यों की जिले वार छोटी छोटी सभाएँ करते हुए प्रदेश के सभी खरवार बंधुओं को एकजुट करने का सफल प्रयास किया जा रहा है व इस समाज के समस्याओं के निराकरण के लिए भी जनमत इकठ्ठे किए जा रहे हैं। जिला प्रभारी अरविन्द सिंह खरवार ने बताया कि “भारत सरकार की अधिसूचना अनुसुचित जातियाँ एवं अनुसुचित जनजातियाँ आदेश (संशोधन) अधिनियम 1976 में प्रदेश की अनुसुचित जाति की सूची के क्रमांक- 46 पर खरवार (बनवासी को छोड़कर) सूचिबद्ध है। साथ ही भारत सरकार की अधिसूचना अनुसुचित जातियाँ एवं अनुसुचित जनजातियाँ आदेश (संशोधन) अधिनियम 2002 में प्रदेश की अनुसुचित जनजाति की सूची के क्रमांक 7 पर खरवार, खैरवार जाति जनपद ‘देवरिया, बलिया, गाजीपुर, वाराणसी एवं सोनभद्र’ में सूचिबद्ध है।”
इसके बावजूद विगत कई वर्षों से शासन प्रशासन स्तर पर बड़े पैमाने पर खरवार जाति के सदस्यों, युवाओं को खरवार अनुसुचित जाति/अनुसुचित जनजाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं किया जा रहा है और इस उपेक्षित समाज का शोषण किया जा रहा है ! जिसके वजह से आज युवाओं का भविष्य अधर में जाता दिखाई दे रहा है।
सभी जनपदों के बैठकों में ये सामान्यतः एक तरह की समस्याएं बनी हुई हैं, जिससे समाज के सभी बुद्धिजीवीयों, पदाधिकारियों व सामान्य सदस्यों द्वारा तय किया जा रहा है कि शासन प्रशासन के इस नकारात्मक रवैये के विरूद्ध पूरा समाज एकजुट होकर प्रदेश व्यापी स्तर पर उत्तर प्रदेश सरकार व भारत सरकार के सामने अघोषित धरना प्रदर्शन करने के लिए तैयार रहे। प्रादेशिक खरवार सभा उ.प्र. के द्वारा चलाए जा रहे इस जागरूकता अभियान में प्रदेश के सभी खरवार बंधुओं का बढ़चढ़ कर समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि सोनभद्र, वाराणसी, चंदौली, प्रयागराज, मिर्जापुर व गाजीपुर में हुए बैठकों के अनुसार पूरा जनसमर्थन मिल रहा है व खरवार समाज के समस्त सदस्य अब आंदोलन के पक्ष में उतर रहा है। जागरूकता अभियान टीम के साथ खरवार समाज के वरिष्ठ कार्यकर्ता वासुदेव खरवार, जगदीश खरवार, मुन्नालाल खरवार, संतोष खरवार, अजित खरवार, मुन्ना राम खरवार, विनोद खरवार आदि लोग मौजूद रहे।