गाजीपुर 14 जुलाई 2022। जिला पूर्ति अधिकारी कुमार निर्मलेन्दु गाजीपुर ने बताया कि प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद विभाग, उ०प्र० शासन लखनऊ के आदेश दिनांक 06.05.2022 द्वारा सी०एस०सी० सेवाओं तथा राशन कार्ड सेवाओं के लिए दुकानों को जन सेवा केन्द्रो (कॉमन सर्विस सेन्टर) जोड़कर उचित दर विक्रेताओं के आर्थिक आय में वृद्धि किये जाने हेतु निर्देश दिया गया है।
तद्कम में 14.07.2022 को अपरान् 12 बजे से जिला सभागार में नगरपालिका, टा०ए0 जगीपुर एवं तहसील सदर के अन्तर्गत ब्लाक सदर करण्डा, बिरनों, मरदह के उचित दर विक्रेताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम में अधोहस्ताक्षरी के अलावा क्षेत्रीय खाद्य अधिकारीद्वय मनोज कुमार सिंह, मनीष कुमार एवं पूर्ति निरीक्षकगण धीरेन्द्र प्रताप त्रिपाठी, विजय कुमार, परवेज असलम खॉ, सतीशचन्द कन्नौजिया, एवं पूर्ति लिपिकगण बीरेश मौर्य, बढ़ीनाथ गुप्ता, रामदेव सिंह यादव, अभय सिंह तथा सी०एस०सी से जिला प्रबन्धक तौसीफ अहमद एवं विकास कुमार, जिला समन्वयक उपस्थित रहे।
उपुर्यक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 94 उचित दर विक्रेताओं द्वारा उपस्थित रहकर प्रशिक्षण प्राप्त किया गया। सी०एस०सी के जिला प्रबन्धक द्वारा बताया गया कि उचित दर विक्रेताओं को ई – पास मशीन से कार्डधारकों में खाद्यान्न वितरण के साथ-साथ जन सेवा केन्द्रों (कॉमन सर्विस सेन्टर) से भी जोड़ा जाना है। इसके अन्तर्गत जिले के 1609 उचित दर विक्रेताओं को जन सेवा केन्द्रों(कॉमन सर्विस सेन्टर) से जुड़ने का अवसर प्राप्त होगा और विक्रेता वितरण के साथ अपने जन सेवा केन्द्रों(कॉमन सर्विस सेन्टर) से आयुष्मान कार्ड, राशन कार्ड, बैंक सम्बन्धी कारोबार आई०आर०सी०टी०सी० तहत रेलवे टिकट, जाति, आय, निवास एवं ई-स्टैम्प सर्विस, बिजली बिल तथा फसल बीमा से सम्बन्धित जन सेवा केन्द्रों ( कॉमन सर्विस सेन्टर से होने वाले सम्पूर्ण कार्य पूर्ण कर पायेगे। इसके तहत उचित दर विक्रेताओं को जनसेवा केन्द्र की आई०डी० पासवर्ड एवं पिन आई०डी० यथाशीघ्र उपलब्ध करायी जायेगी, जिसे जनपद में 1609 उचित दर विक्रेतागण जन सेवा केन्द्रों (कॉमन सर्विस सेन्टर) का संचालन कर सकेगें । अपोहस्ताक्षरी द्वारा उचित दर विक्रेताओं को बताया गया कि सरकार शीघ्र ही जनपद के 1609 उचित दर विक्रेताओं को जन सेवा केन्द्रों ( कॉमन सर्विस सेन्टर ) केन्द्र से जोड़कर उपर्युक्त सम्पूर्ण कार्य करने की सुविधा विक्रेताओं के दुकान पर ही उपलब्ध करायी जायेगी, जिससे उचित दर विक्रेताओं की आर्थिक स्थिति सुद्धढ़ होगी।