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पीड़ितो के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है पुलिस-ईश्वरी प्रसाद

जमानियां(गाजीपुर)। भाकपा (माले) और अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के कार्यकर्ताओं ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत विभिन्न मांगो को लेकर मंगलवार को रामलीला मैदान में धरना दिया।

धरना-प्रदर्शन को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) केन्द्रीय कमेटी सदस्य, किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि जमानियां थाने की पुलिस फरियादियों के साथ अमानवीय व्यवहार कर रही है फरियादियों के साथ गाली गलौज मुकदमे में फंसाने की धमकी आम बात हो गई है दहशत के चलते फरियादी अपनी बात नहीं कह पाता इस मामले में जमानियां सीओ भी कम नहीं है जमानियां थाने के हरिबब्लमपुर गांव निवासी मीरा पासी के घर में घुसकर दबंगों ने मारापीट घर का दरवाजा समेत अन्य सामान को तोड़फोड़ तहस नहस कर दिया। घायलों का मेडिकल कराकर मुकदमा दर्ज करने के बजाय भगा दिया गया। ऊपर के अधिकारियों के कहने पर रिपोर्ट दर्ज हुई। मु0 बाद थाना क्षेत्र के फिरोजपुर गांव निवासी शिवशंकर बनवासी 13 अगस्त को पीट पीटकर हत्या कर दी गई। पीएम रिपोर्ट में एन्टी मार्टम हेड इंजरी की वजह से मौत हुई है पुलिस ने आज तक रिपोर्ट दर्ज नहीं किया है। योगीराज में हत्या जैसे गंभीर मामले की रिपोर्ट तक नहीं दर्ज हो रही है। हत्यारे पुलिस की मिलीभगत से घूम रहे हैं वहीं जमानियां थाना क्षेत्र के धुस्का गांव निवासी मदनचंद मुसहर की 2020 में हत्या कर दी गई। पुलिस ने मोटी रकम लेकर न्यायालय में अंतिम रिपोर्ट लगा दिया जिसे विशेष न्यायधीश एस.सी.एस.टी कोर्ट ने त्रुटिपूर्ण विवेचना कह कर खारीज कर दिया तथा अप्रैल महीने में पुन: विवेचना का आदेश दिया। सीओ जमानियां आरोपियों को बचाने में लगे हैं इसलिए आरोपी खुलेआम घूम रहा है। हत्यारे खुलेआम घूमे इससे जमानियां की जनता और समाज का क्या भला होगा। पुलिस की इस कार्रवाई से अपराधियों का मनोबल बढ़ेगा। वहीं भैदपुर और मथारे के वनवासियो को फर्जी व मनगढ़ंत मुकदमे लादकर जेल भेज दिया। तथा निर्दोष गरीबों (माले) कार्यकर्ताओं का पुलिसिया उत्पीड़न आमबात है बगैर किसी मुकदमे और अपराध के दो दिन मथारा गांव निवासी सरताज को जमानियां थाने में बैठाये रखा गया। उन्होंने तियरी धुस्का समेत अन्य गांवों दलित एक्ट में नामजद आरोपीयों को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग के साथ फरियादियों और गरीबों के मानवीय आधार पर पेश आने की मांग उठाई।साथ बाढ़ से नुकसान हुई फसल की क्षतिपुर्ति मुआवजा समेत छः महीने तक मुफ्त में राशन दिलाने, तथा से भयानक बेरोजगारी की मार झेल रहे मनरेगा मजदूरों को 200 दिन काम देने पांच सौ रुपए रोजाना मजदूरी देने की मांग उठाई। 8 सितम्बर को वाराणसी में वामदलों की ओर से आयोजित विशाल जन कन्वेंशन को सफल बनाने के भारी से भारी संख्या पहुंचने का आह्वान किया। धरना प्रदर्शन को मुराली वनवासी, लालजी बनवासी, विजयी, वनवासी, राम अवध बिंद प्रमोद बिंद पाचरतन कुशवाहा, परीखा कुशवाहा, तेज बहादुर कुशवाहा, विनोद गुप्ता, अखिलेश ने सम्बोधित किया।