Skip to content

पुलिस की उदासीनता से दर-दर ठोकर खा रही पिड़िता

जमानियां (गाजीपुर)। प्रदेश में महिलाओं पर हो रहे अपराध को रोकने के लिए सरकार पुलिस को निर्देशित कर अनेक जागरूकता कार्यक्रम चला रही है लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते आज भी महिलाएं न्याय से वंचित दिख रही है।

मामला क्षेत्र के राघोपुर कोटिया गांव निवासी एक महिला का है जो कई दिनो से प्राथमिकि दर्ज कराने के लिए कोतवाली का चक्कर काट रही है लेकिन कोतवाली से उन्हें बार बार वापस लौटा दिया जा रहा है।
पीड़ित महिला सोनी कुशवाहा ने बताया कि प्रभारी निरीक्षक महिला है और महिला के दर्द को समझने के बजाय वो अभद्रता से पेश आई। बताया कि मेरी शादी 05 मई 2017 में हुई। जिसके करीब दो वर्ष बाद 06 मार्च 2020 को पुत्री का जन्म हुआ। जिसके बाद विवाद शुरू हुआ। परिवार के लोगों को पुत्र चाहिए था और पुत्री हो जाने से परिवार के लोग मुझसे नाराज हो कर नाना प्रकार से प्रताड़ित करने लगे। पुत्री के जन्म से पूर्व घर गृहस्थी ठीक चल रही थी। उसके पैदा होने के बाद से ही पति सहित परिवार के लोग मोटरसाइकिल‚ पैसा आदि मांगने लगे और मुझे मारने पीटने लगे। बताया कि इससे पूर्व 28-12-2020 तथा 28-02-2021 में पति के साथ सुलह हो चुका है लेकिन आज तक पति ने सुलह के अनुसार मुझे घर में दाखिल नहीं होने दिया। घर जाने पर मुझे गाली गलौज कर भगा दिया जा रहा है। जिससे मैं परेशान हो गई हूं। मुझे न्याय नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि आज क्षेत्राधिकारी को प्रार्थना पत्र दिया गया है। यदि मेरे प्रार्थना पत्र पर मुकदमा दर्ज नहीं हुआ तो धरना प्रदर्शन करूंगी। इस संबंध में सीओ विजय आनंद शाही ने बताया कि महिला आई थी जिसका मुकदमा दर्ज करने के लिए गहमर थाने को निर्देशित कर दिया गया है। क्योंकि महिला गहमर की रहने वाली है।