गाजीपुर 05 अक्टूबर, 2022 (सू.वि)। कृषक भाईयों से अनुरोध है कि धान फसल कटाई उपरान्त फसल अवशेष न जलाएं बल्कि फसल अवशेष को विभिन्न कृषि यंत्रों के माध्यम से मृदा में मिलाएं कृषिगत भूमि में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा निरन्तर घट रही है।
अवशेष मात्रा मिलाने से मृदा में कार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ेगी। जलाने पर पर्यावरण प्रदूषण होगा। साथ ही मृदा के मित्र जीव भी नष्ट हो जाते है। चारे की समस्या के साथ मृदा तापमान में भी बृद्धि होती है। धान पराली को मृदा में मिलाकर कार्बनिक खाद बनाये और पर्यावरण प्रदूषण से बचे। कृषक भाईयों को अवगत कराना है कि जनपद के समस्त विकास खण्डों में स्थित कृषि निवेश केन्द्र पर बायोडिकम्पोजर का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है, कृषक कृषि निवेश केन्द्र से सम्पर्क कर बायोडिकम्पोजर प्राप्त कर फसल अवशेष को मिट्टी में मिला दे। फसल अवशेष को मिट्टी में मिलाने के लिए सुपर सीडर/मल्चर का प्रयोग करे या पराली का गट्ठर बनाने हेतु सुखबीर एग्रो से सम्पर्क कर सकते है, जिनका मोबाईल नम्बर 9005092113 है।