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किट के द्वारा किसी भी मरीज को डेंगू धनात्मक घोषित नहीं किया जाए-मुख्य चिकित्साधिकारी

गाजीपुर 11 नवम्बर- 2022 (सू.वि)। मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा जनपद के समस्त निजी नर्सिंग होम/निजी चिकित्सक एवं प्राइवेट पैथोलॉजी को पत्र के द्वारा अवगत कराया गया है कि किट के द्वारा किसी भी मरीज को डेंगू धनात्मक घोषित नहीं किया जाए तथा ऐसे मरीजों का पुष्टि हेतु सैंपल उपलब्ध कराया जाए।

इसके साथ ही डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, चिकनगुनिया, कालाजार एवं जापानी इंसेफेलाइटिस आदि बीमारियों को उत्तर प्रदेश सरकार के गजट दिनांक-09 नवम्बर 2016 के द्वारा नोटिफाईबल डिजीज घोषित किया गया है। ऐसे में सभी निजी  चिकित्सक, नर्सिंग होम तथा लैब को इन मरीजों की सूचना तथा क्रॉस चेकिंग हेतु सैंपल मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को देना अनिवार्य किया गया है। अन्यथा की स्थिति में ऐसे निजी चिकित्सक,नर्सिंग होम एवं प्रयोगशालाओं के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने हेतु समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी,उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षकों तथा प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को अधिकृत किया गया है।
उन्होने बताया कि जनपद में डेंगू तथा अन्य मच्छर जनित बीमारियां पूरी तरह नियंत्रण में है । डेंगू के उपचार हेतु जिला अस्पताल में 25 बेड उपलब्ध है तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 60 बेड आरक्षित किए गए हैं। डेंगू के उपचार हेतु सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं ।  ऐसे में किसी भी बुखार पीड़ित को घबराने की कतई आवश्यकता नहीं है । अन्य वायरल बीमारियों में भी प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है, अतः प्लेटलेट्स की कमी होना डेंगू होना नहीं है । बुखार के मरीज अपने नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर संपर्क करें ।  बुखार के उपचार हेतु अनधिकृत चिकित्सक अथवा स्वयं उपचार नहीं करें । डेंगू से सर्वाधिक प्रभावित सैदपुर में मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा आज से भ्रमण किया जा रहा है, अन्य ग्रामों में भी मोबाइल मेडिकल यूनिट भेज कर बुखार पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में मात्र 9 मरीजों के सैंपल के परिणाम लंबित हैं। अब तक प्राप्त 103 डेंगू धनात्मक मरीज उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। इन 103 मरीजों में से 27 मरीज अन्य प्रदेशों अथवा जनपदों से बीमारी के उपरांत जनपद में आए थे जो जांच में डेंगू धनात्मक पाए गए। इसमें से अधिकांश मरीज उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर अपने कार्यस्थल के प्रदेशों तथा जनपदों में वापस जा चुके हैं। सभी मरीजों का नियमित फॉलोअप लिया जा रहा है तथा प्रभावित ग्राम/मोहल्ले में तत्काल निरोधात्मक कार्यवाही स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की जा रही है। इन ग्रामो/मोहल्लो में साफ-सफाई तथा कीटनाशकों हेतु जिला पंचायती राज अधिकारी एवं नगर निकायों के अधिशाषी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है।