गाजीपुर (30 नवंबर 22)। पिछले 2 से 3 माह के अंदर कई ऐसे मामले और वीडियो भी सामने आए जिसमें व्यक्ति काम करते-करते या फिर खुशी में शामिल होकर डांस करते-करते जमीन पर गिरता है और फिर उसकी मौत हो जाती है। इसके साथ ही साथ ठंड का मौसम शुरू हो चुका है। ऐसे में कई तरह की बीमारियों के साथ ही साथ हार्ट अटैक के मामले भी सामने आ रहे हैं। ऐसे में आमजन को हार्ड अटैक से कैसे बचाव करें इसके बारे में राजकीय मेडिकल कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ स्वतंत्र सिंह ने इस मामले में कई तरह के टिप्स दिए। जिसको अपनाकर हम इससे बच सकते हैं।
उन्होंने बताया कि ठंड का मौसम आते ही इंफेक्शन, सर्दी-खांसी, बुखार समेत कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें सबसे खतरनाक है हार्ट अटैक। सर्दियों में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए दिल की सेहत का ख्याल रखने की सबसे ज्यादा जरूरत होती है। हार्ट अटैक से बचने का वो उपाय जिनसे आप अपने दिल को मजबूत बना सकते हैं और हार्ट अटैक के खतरे के भी बच रह सकते हैं।
सर्दी के मौसम में हमारे खून की नसें सिकुड़ने की वजह से दबाव बढ़ जाता है। ब्लड प्रेशर भी बढ़ने लगता है। बीपी बढ़ते ही हार्ट अटैक के मामले सामने आने लगते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, सर्दी में लोगों के शरीर में खून के थक्के बनने लगते हैं।जिसकी वजह से हार्ट अटैक आने की संभावना भी बढ़ जाती है। उन्होंने बताया कि सीने में बाए साइड हल्की दर्द होने पर तत्काल उसका इसीजी कराएं और किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से सलाह ले
ठंड के मौसम में लोगों को हार्ट अटैक ज्यादातर मामलों में सुबह के वक्त आता है। सर्दी में सुबह तापमान गिरने से शरीर का तापमान भी कम हो जाता है। इस वजह से शरीर का तापमान बराबर करते हुए ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है जो कि हार्ट अटैक का कारण बन जाता है।
उन्होंने बताया कि कोविड-19 के प्रथम एवं सेकंड फेज के दौरान जो लोग कोविड़ 19 से प्रभावित हुए थे। उन लोगों को इससे ज्यादा बचने की जरूरत है। क्योंकि कोविड ने प्रभावित लोगों के लन्स को प्रभावित किया है। और इसमें सबसे ज्यादा बुजुर्ग और युवाओं को प्रभावित किया है।
उन्होंने हार्ट अटक आने के कारणों के बारे में बताया कि यह अनुवांशिक के साथ ही खानपान में तेलीय चीजों का सेवन, अधिकाधिक वजन, दैनिक दिनचर्या में रुचि न रखना, इसके अलावा जीम में जरूरत से अधिक एक्सरसाइज, तनाव का बढ़ना, ब्लड प्रेशर मधुमेह आदि हो सकता है।
हार्ट अटैक से बचाव के लिए उन्होंने बताया कि लोगों को फाइबर डाइट जिसमें जौ बाजरा और गेहूं की रोटी शामिल है। के साथ ही हरी सब्जी खाने में एक फल जरूर ले, वसीय पदार्थों का प्रयोग न करें, समय से रूटीन जांच के साथ ही जिम में ट्रेनर के बताए अनुसार ही एक्सरसाइज करें। साथ ही साथ ठंड में 2 दिन रेस्ट अवश्य करें।