ज़मानियां (गाजीपुर)। गरीबों की जबरिया बेदखली पर रोक लगाने की मांग को लेकर भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (माले) पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ताओं की ब्लाक स्तरीय बैठक कस्बा बाजार स्थित देवमती माडर्न स्कूल में हुई। बैठक में पार्टी के 11 वां महाधिवेशन की तैयारी, के साथ ही गरीबों की जबरिया बेदखली के खिलाफ जनांदोलन तेज करने की रणनीति पर बातचीत हुई।
बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा ( माले) के केन्द्रीय कमेटी सदस्य ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा कहा कि योगी सरकार में सोनहरिया, तियरी, से लेकर गांव-गांव में दलितों, गरीबों, राजभरो की जबरिया बेदखली के लिए नोटिस जारी किया जा रहा है उन्होंने कहा कि गांव समाज बंजर की जमीने भूमिहीन आवासविहीन गरीबों के लिए छोड़ी जाती है योगी सरकार क्यो ऐसा कर रही है कि भूमिहीन आवासविहीन गरीबों को उजाड़ रही है। उन्होंने कहा कि सैदाबाद में तालाब से प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाकर अतिक्रमण हटाया तो सामंती ताकतों ने पुनः उक्त तालाब पर राइस मिल बना लिया है। बघरी गांव में राहछवर की जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए, दस साल पूर्व माननीय हाईकोर्ट ने निर्देश दिए लेकिन बेशर्म प्रशासन का बुलडोजर वहां नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रशासन अपनी गरीब विरोधी कार्रवाई से बाज आए नहीं तो जन अभियान चलाकर गांव-गांव से गरीबों की जनगोलबंदी कर जनांदोलन तेज करने को बाध्य होंगे। भाकपा ( माले) जिला सचिव रामप्यारे राम ने कहा कि डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस और खाद्य पदार्थो की बढ़ती कीमतों ने गरीबों मजदूरों के सामने मुश्किलो का पहाड़ खड़ा कर दिया है। सांसदों विधायकों का महंगाई भत्ता लाखों रुपए बढ़ रहा है। लेकिन आज भी करोड़ों मनरेगा मजदूरों को 250 से कम मजदूरी देकर का काम लिया जा रहा है उन्होंने जीवन और आजीविका की गारंटी वाले इस कानून के तहत साल में दो सौ दिन काम देने और 600 रपये रोजाना मजदूरी देने की मांग उठाई । बैठक को विजयी, वनवासी, बुच्चीलाल, प्रमोद बिंद, उदयनरायन, जगबली राजभर, विनोद गुप्ता,पांचरतन कुशवाहा, मुन्ना बिंद,सुकरा देवी , अमरजीत मौर्य ने सम्बोधित किया।