गाजीपुर। प्रदेश में विद्युत कर्मचारियों के 72 घण्टे का प्रस्तावित हड़ताल समाप्त हो गया है। हड़ताल समाप्त होते ही प्रदेशवासियों ने राहत की सांस ली।
ऊर्जा मंत्री एके शर्मा एवं चेयरमैन एम देवराज से वार्ता के बाद रविवार की दोपहर विद्युत संघर्ष समिति ने हड़ताल खत्म करने की घोषणा कर दी है। संघर्ष समिति और कारपोरेशन सोमवार को हाई कोर्ट में अपना पक्ष रखेगा। हड़ताल खत्म होने की घोषणा के बाद ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से कर्मचारियों की सभी मांगों पर सकारात्मक तरीके से विचार किया जा रहा है। सरकार
पहले भी वार्ता के लिए तैयार थी और आज भी वार्ता
सकारात्मक रही। सभी कर्मचारियों से अपील है कि
तत्काल काम पर लौट जाएं उन्होंने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों पर हुई कार्यवाही को विधिक तरीके से वापस लिया जाएगा। संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने कहा कि हम किसी भी कीमत पर उपभोक्ताओं को नुकसान नहीं होने देना चाहते हैं। हम कर्मचारी हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे। अभी समझौते को लागू कराने का आश्वासन दिया गया है। इस वजह से हड़ताल वापस ले रहे हैं। हड़ताल से बिजली आपूर्ति में बाधा पहुंचाने के कारण प्रदेश में पावर कारपोरेशन ने 16 अधिशासी अभियंता, अवर अभियंता और एसडीओ को निलंबित कर दिया 3000 से ज्यादा संविदा कर्मियों को बर्खास्त कर दिया गया था। 22 कर्मचारी नेता समेत कुल 29 के खिलाफ एस्मा के तहत रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। हड़ताल से पूर्वांचल सहित प्रदेश के विभिन्न इलाकों में प्रभाव पड़ रहा था।