गाजीपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 1780 करोड़ रुपये की 28 विकास परियोजाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।
संपूर्णानंद संस्कृत वश्विवद्यिालय मैदान में मोदी ने रिमोट का बटन दबा कर 28 विकास परियोजनाओं की सौगात दी और लाभार्थियों को चेक वितरित किये। इस मौके पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई केन्द्रीय मंत्री और प्रदेश के मंत्री और विधायक मौजूद थे। मोदी ने वाराणसी कैंट स्टेशन से गोदौलिया तक पैसेंजर रोपवे का शिलान्यास किया। इस परियोजना की लागत लगभग 645 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। पांच स्टेशनों वाली यह रोपवे प्रणाली 3.75 किलोमीटर लंबी होगी। इससे पर्यटकों, तीर्थयात्रियों और वाराणसी के निवासियों का आवागमन सुविधाजनक होगा। प्रधानमंत्री नमामि गंगे योजना के तहत भगवानपुर में 55 एमएलडी क्षमता वाले सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट का शिलान्यास किया। इस प्लांट का निर्माण 300 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जाएगा। प्रधानमंत्री खेलो इंडिया योजना के तहत सिगरा स्टेडियम के पुनर्विकास कार्य के दूसरे एवं तीसरे चरण का शिलान्यास किया। हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित किए जाने वाले एलपीजी बॉटलिंग प्लांट की आधारशिला भी रखा। प्रधानमंत्री भरथरा गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, चेंजिंग रूम से लैस फ्लोटिंग जेट्टी सहित विभन्नि अन्य परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इसके अलावा उन्होने जल जीवन मिशन के तहत 19 पेयजल योजनाओं का लोकार्पण किया। पेयजल की इन योजनाओं से 63 ग्राम पंचायतों के तीन लाख से अधिक लोग लाभान्वित होंगे। ग्रामीण पेयजल व्यवस्था को और मजबूत करने से उद्देश्य से प्रधानमंत्री इस मिशन के तहत 59 पेयजल योजनाओं का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर एटीसी टॉवर, भेलूपुर स्थित वाटर वर्क्स परिसर में दो मेगावाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र, कोनिया पम्पिंग स्टेशन में 800 किलोवाट क्षमता वाले सौर ऊर्जा संयंत्र, सारनाथ में नया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र समेत विभन्नि परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया।