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धड़ल्ले से फर्राटा भर रहे ओवरलोड वाहन, पुल के क्षतिग्रस्त होने का बढ़ा खतरा

जमानियां (गाजीपुर)। क्षेत्र ग्राम हेतिमपुर स्थित जमानियां-धरम्मरपुर गंगा पुल पर शासन-प्रशासन की निगाहों के सामने लाल व सफेद बालू के ओवरलोड वाहनों का संचालन धड़ल्ले से कराया जा रहा है। जो कुछ नौकरशाहों की अवैध कमाई का सबसे बड़ा जरिया बना हुआ है।

जानकारी के अनुसार जमानियां-धरम्मरपुर पुल 72.395 करोड़ की लागत से हल्के वाहनों के आवागमन के लिए बना तथा हाईट गेज बैरियर लगाकर भारी वाहनों को प्रतिबंधित किया गया था लेकिन नौकरशाहों ने अवैध कमाई के लिए हाईट गेज बैरियर को खोलकर लाल व सफेद बालू सहित अन्य प्रकार के ओवरलोड बड़े वाहनों का संचालन रात के अंधेरे में पक्के पुल से कराया जा रहा हैं। एक ओर जहाँ राजस्व की क्षति हो रही है तो वही कुछ नौकरशाह माला माल हो रहे है। प्रशासन भले ही अवैध रेत खनन और ओवरलोड वाहनों के आवगमन पर रोक लगाने के कितने भी दावे कर ले, लेकिन कुछ नौकरशाहों के मदद के कारण खनन माफियाओं पर अंकुश लगा पाना प्रशासन के लिए टेढ़ी खीर बना हुआ है। जेब गर्म करने वाले नौकरशाहों के कारण अवैध रेत खनन का खेल नियमित रूप से चल रहा है जिसके चलते अब खनन माफिया रात के अंधेरे का इंतजार भी नहीं कर रहा है।
सरेआम धड़ल्ले से बालू खनन व बड़े-बड़े ओवरलोड वाहनों को सुविधा शुल्क लेकर जमानिया धरम्मरपुर पक्के पुल से पार कराया जा रहा है। हालांकि इस खबर से प्रशासनिक अधिकारी अनजान नहीं है। पूरा दिन सड़कों पर बालू से लदे वाहन ओवरलोड वाहन चलते हुए देखे जा सकते हैं। हालांकि खनन माफियाओ ने खनन में प्रयोग किए जाने वाले वाहनों में कुछ फेर बदल जरूर किया हैं लेकिन तस्करी और ओवरलोड वाहनों का संचालन रात को कैसे किया जाता है इसका नजारा अगर देखना है तो रात्रि 11:00 बजे से लेकर सुबह तक देखा जा सकता है। वहीं शासन-प्रशासन भी अपने मौज में मूकदर्शक बना हुआ है तथा किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं। जबकि आये दिन बालू लदे ओवरलोड़ वाहन अनियंत्रित होकर पलट रहे है। अब देखना यह है कि उच्चाधिकारी मामले का संज्ञान लेते है या वही मामले की जांच के नाम पर लिपा पोती कर ली जाती है।