गाजीपुर। दिलदारनगर थाना क्षेत्र के सरैला गांव में बुधवार को अचानक दीवार गिरने से मलबे में चार बच्चें दब गये। जिसमें दो बच्चों की मौत हो गई तथा दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गये। गुस्साये परिजनों ने खड़ी जेसीबी को क्षतिग्रस्त कर शव को वही पास में रखकर कार्यवाई की मांग करने लगे। शव को कब्जे में लेने के लिए पुलिस को कड़ी मसक्कत करनी पड़ी।
जानकारी के अनुसार सरैला गांव में अमजद खान अपने मकान के सटे चहारदीवारी के अंदर जेसीबी द्वारा मिट्टी भरवा रहे थे और कार्य चल रहा था और मिट्टी का दबाव चहारदीवारी पर पड़ने से दीवाल अचानक भरभरा कर गिर गई। चहारदीवारी के बाहर गांव के बच्चे खेल रहे थे और दीवाल के गिरने से मलबे में दब गए। इसके बाद जेसीबी चालक जेसीबी छोड़कर फरार हो गया। यह देख लोगों ने दीवाल के मलबे के अंदर दबे बच्चों को निकालने के लिए दौड़ पड़े। दीवाल में दबे 4 बच्चों को बाहर निकाला गया। जिसमें अमर उर्फ लालू (7) पुत्र झिल्लु बिंद, प्रदीप (8) पुत्र रणजीत बिंद निवासी सरैला की मौके पर मौत हो गई तथा पंकज (6), पवन (10) पुत्रगण रामशीष बिंद निवासी सरैला को निकाला गया। गंभीर रूप से घायल बच्चों को अस्पताल में भर्ती कराया गया जहाँ इलाज चल रहा है।
इधर गुस्साए लोग जेसीबी को ईट पत्थर से मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस भारी फोर्स के साथ सरैला गांव पहुंची और गुस्साए लोगों को शांत कराने में जुट गई। मृतक बच्चों का शव लेने के लिए पुलिस प्रयास करने लगी लेकिन परिजन शव देने से इनकार करते हुए मुआवजे की मांग पर अड़े रहे।
घटना की जानकारी होते ही घटनास्थल पर सेवराई एसडीएम राजेश प्रसाद, नायब तहसीलदार विपिन चौरसिया तथा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक बलवंत मौके पहुंचे तथा ग्रामीणों से वार्ता कर शव को कब्जा में लेने का प्रयास करने लगे। समाचार दिये जाने तक प्रयास जारी रहा।