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दलित व शोषितों के लिए मसीहा थे बाबा साहेब भीम राव अंबेडकर

गाजीपुर।  आज भारत के संविधान लिखने वाले डॉ भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य नें बुधवार को विकास भवन सभागार में उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि पूज्य बाबासाहेब ने अपना जीवन शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए समर्पित कर दिया। उन्होने कहा कि बाबा साहब भारतीय संविधान के शिल्पकार होने के साथ-साथ सामाजिक समरसता के अमर पुरोधा थे, जिन्होंने शोषितों और वंचितों के कल्याण के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर जो कि एक दलित परिवार से थे और वंचितों के हितों के लिए अपने समर्थन के साथ भारतीय राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण शख्सियतों में से एक बन गए। उन्होंने बताया कि बाबासाहेब का निधन 06 दिसबंर 1956 में हुआ था। बाबासाहेब एक बहुत बड़े अर्थशास्त्री, न्यायविद, राजनीतिज्ञ के साथ-साथ समाज सुधारक भी थे। उन्होंने समाज में हो रहे भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया। दलित पृष्ठभूमि से आने वाले अंबेडकर, वंचितों के अधिकारों की वकालत करते हुए भारतीय राजनीति में एक प्रमुख स्थान पर पहुंचे। 1956 में उनके निधन के बाद से, उनके विचारों की सराहना का विस्तार हुआ है। इस अवसर पर परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, डी0सी0एन0आर0एल0एम0, विकास भवन के समस्त अधिकारी व कर्मचारीगण उपस्थित थे।