गाजीपुर। वन स्टाफ सेन्टर के प्रभारी प्रियंका प्रजापति द्वारा बताया कि 5 फरवरी को गाजीपुर के कासिमाबाद तहसील क्षेत्र के भटौली गगौली गांव की रहने वाली मूक बधिर पिड़िता एवं उनके दो बच्चो के साथ भटक गई थी। वह गत दोनों किसी तरह शहर कोतवाली महिला थाने को मिली। मूक बधिर होने के कारण वह अपनी पहचान महिला थाना को नहीं दे पाई और रोने लगी इस पर महिला थाना पुलिस नेे उसे उसी दिन शाम को करीब 5 बजे जिला मुख्यालय के गोराबाजार जिला अस्पताल में स्थित सखी वन स्टॉप सेंटर को सुपुर्द कर दिया। उन्होने बताया कि महिला पढ़ी लिखि न होने के कारण अपना पता लिखने में असमर्थ थी एवं घर जाने हेतु परेशान थीं जिस पर देर शाम 112 की सहायता से उसके घर खोजने का प्रयास किया गया परन्तु घर का पता नहीं चला। जिला विकलांग संस्थान से सम्पर्क कर पिड़ित महिला के बातो को समझने हेतु विशेष प्रशिक्षण प्राप्त अध्यापक को वन स्टाफ सेन्टर बुलाया गया परन्तु महिला के आशिक्षित होने के कारण जानकारी नही मिल पायी जिस पर मिडियां में सूचना देने के उपरान्त बन स्टॉप सेन्टर द्वारा सहायता मॉगी गयी । सामाजिक कार्यकर्ताओ एवं सखी वन स्टाफ सेंटर के समस्त कार्मिको के प्रयास से उनके परिवार को खोजकर पिडित महिला बच्चो को सुरक्षित पहुचाया गया।