गाजीपुर। एसकेएम यूपी की जनरल बाॅडी की बैठक लखनऊ में उदयगंज रोड स्थित लक्ष्मी सहगल भवन में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, धर्मपाल सिंह एवं भारत सिंह ने तथा संचालन मुकुट सिंह ने किया।
बैठक की शुरुआत में राष्ट्रीय स्तर पर घोषित कार्यक्रमों को यूपी में क्रियान्वित करने पर चर्चा हुई। बैठक के दौरान जारी केन्द्रीय आम बजट को किसान विरोधी, श्रमिक विरोधी यहां तक कि जनविरोधी बताया। राष्ट्रीय आह्वान पर आगामी 29-30 जुलाई को राज्य भर में सभी गांवों में बजट की प्रतियां जलाकर विरोध किया जाएगा। 9 अगस्त को कार्पोरेट का कृषि क्षेत्र में दखल का विरोध किया जाएगा। कार्पोरेट भारत छोड़ो के नारे के साथ एसकेएम के घटक संगठन राज्य के सभी जिला एवं तहसील मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा। किसान संगठनों के अलावा श्रमिक संगठनों के साथ एकजुटता करते हुए प्रभावी विरोध केन्द्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ विरोध किया जाएगा।
राज्यस्तरीय समस्याओं पर चर्चा करते हुए राज्य सरकार की ट्यूबवैल कनैक्शन को फ्री बिजली योजना को किसानों के साथ बड़ा धोखा बताया। एसकेएम ने चेतावनी दी कि योगी सरकार किसानों को बिना शर्त फ्री बिजली एवं घरेलू उपभोक्ताओं को 300 यूनिट फ्री बिजली देकर अपना वायदा पूरा करें। बैठक में निर्णय लिया गया कि 9 अगस्त बिजली समस्याओं को लेकर भी मांगपत्र सौंपा जाएगा। इसके अलावा राज्य में भूमि-अधिग्रहण में सरकार की ओर विसंगतियों और जबरन जमीन बेदखली, गरीबों के मकानों पर बुलडोजर कार्यवाही जैसे मुद्दों पर भी चर्चा करते हुए आंदोलन की चेतावनी दी गई। बंद चीनी मिलों को चलाने, बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान, राष्ट्रीय जल मिशन के नाम पर गांव में पानी पर प्राइवेट कंपनियों पर कब्जे की साजिश, जैसे अन्य कई राज्यस्तरीय किसानों की समस्याओं , अल्पसंख्यकों को टार्गेट कर नफरत की राजनीति केएवं राज्य की बिगड़ती कानून और व्यवस्था के खिलाफ आंदोलन को तेज करने का फैसला लिया गया।
बैठक में निर्णय लिया गया कि संपूर्ण यूपी में किसान आंदोलन की जमीनी स्तर पर मजबूती के लिए किसान संगठनों के बीच तालमेल को और बढ़ाया जाएगा। साथ श्रमिक संगठनों, छात्र संगठनों और अन्य वर्गीय संगठनों के मुद्दों के साथ एकजुटता बनाते हुए किसान आंदोलन को यूपी में तेज करने पर चर्चा हुई।