गाज़ीपुर। भाकपा (माले), अखिल भारतीय खेत एवम् ग्रामीण मज़दूर सभा, तथा अखिल भारतीय किसान महासभा के संयुक्त तत्वावधान में हजारों लोगों ने मार्च निकालकर जिला मुख्यालय स्थित कामरेड सरजू पांडेय पार्क में सभा की और फर्जी बिजली बिल को समाप्त करने की मांग की । भारी संख्या में जुटे ग्रामीण गरीबों, महिलाओं और किसानों का मार्च माले कार्यालय मिशन कंपाउंड से शुरू हुआ। भारी उत्साह से भरे लोग, एक देश में एक बिजली रेट लागू करो, यूपी में भी 300 यूनिट घरेलू बिजली फ्री देना होगा, मनरेगा में 200 दिन काम 600 रूपये मजदूरी की गारंटी करो, किसानों -मजदूरों के सभी कर्जे माफ करो, सहारा का पैसा वापस करो , तीन डिसमिल जमीन दो आवास बनाओ आदि नारे लगा रहे थे। किसानों का जत्था, जिले में पोस्ते की खेती का लाइसेंस जारी करो, नंदगंज चीनी मिल चालू करो, जिले में पशु मेलों को चालू करो, जिले में पंप कैनाल, लिफ्ट कैनाल और नलकूप की सिंचाई प्रणाली का जीर्णोद्धार कराओ -टेल तक पानी पहुचाओ के नारे बुलंद करता हुआ आगे बढ़ रहा था।
जिला मुख्यालय पहुंचकर लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय की ओर कूंच कर दिया और वहां डीएम -एसपी के गेट पर जाम की स्थिति पैदा हो गई। लेकिन नेताओं ने स्थिति को संभाला और पूरा हुजूम सरजू पांडेय पार्क में जाकर सभा में बदल गया
सभा में वक्ताओं ने कहा की बिजली और बिजली विभाग लोगों के लिए आज की तारीख में आफत बन गया है। बिना मीटर रीडिंग और तमाम गांवों में बिना मीटर के ही भारी फर्जी बिजली बिल लोगों को मैसेज किया जा रहा है। गांवों में जबरदस्ती कनेक्शन काटा जा रहा है। लोग अपना काम धाम छोड़कर बिजली विभाग के दफ्तरों का चक्कर लगा रहे हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इस अंधेर गर्दी से सब परेशान हैं। इस समय गांव की बड़ी आबादी के पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है। किसी तरह लोग इसआसमान छूती महगांई में बच्चों और परिवार का पेट पाल रहें हैं। लोगों को फांसी पर लटका देने पर भी ये भारी भारी फर्जी बिल नहीं दे सकते।
वक्ताओं ने कहा कि गांव शहर हर जगह लोगों को मनरेगा जैसी योजनाओं में रोजगार की समुचित व्यवस्था हो और इसको खेती से जोड़ा जाए। अगर लोगों के आय की समुचित व्यवस्था नहीं हुईं और बिजलीके नाम पर जोर जबरदस्ती हुई तो जनता बगावत कर देगी। भारी कर्ज के जाल में भी लोग फंसे हुए हैं वक्ताओं ने मांग किया कि फर्जी बिलों की अवैध वसूली और कनेक्शन काटना रोका जाय तथा गांव गांव में जन चौपाल लगाकर विभाग के गोरखधंधे और लूटपाट पर रोक लगाया जाय। पहले वोट के लिए फ्री बिजली के नाम पर कनेक्शन दे दिया गया जैसे गैस सिलेंडर फ्री के नाम पर किया गया। अब यह गरीबों के गले का फांस बन गया है।
वक्ताओं ने कहा कि आज की तारीख में पंजाब कर्नाटक दिल्ली में घरेलू बिजली फ्री है। यहां यूपी में क्या इन राज्यों से गरीबों की ज्यादा आमदनी है । मोदी सरकार ने अदानी अंबानी जैसे अपने यार पूंजीपतियों का 14 लाख करोड़ रुपए गरीबों के टैक्स से माफ किया है तो किसानों मजदूरों का फर्जी बिजली बिल और कर्ज क्यों नहीं माफ होगा। भाकपा माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य कामरेड ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने सभा में आ रहे 25 ट्रेक्टर ट्रालियों के लोगों को इस भीषण गर्मी में जमानियां मोड़ पर जिला प्रशासन द्वारा रोके जाने की कड़े शब्दों में निंदा की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया।
वक्ताओं में मुख्य रूप से भाकपा माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य और अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, भाकपा माले के जिला सचिव शशि कांत कुशवाहा, खेत एवम् ग्रामीण मज़दूर सभा के जिलाध्यक्ष नंद किशोर बिंद, जिला सचिव राजेश वनवासी, पार्टी राज्य कमेटी सदस्य योगेंद्र भारती, राम प्रवेश कुशवाहा, अभिनायक, मंजू गोंड, विजय कुमार, विजयी वनवासी , श्याम प्यारी,सत्येन्द्र प्रजापति, राम विलास यादव, सगीर अहमद, डॉक्टर सलाउद्दीन खान, चंद्रावती बिंद आदि नेता शामिल थे ।
सभा की अध्यक्षता अखिल भारतीय खेत एवम् ग्रामीण मज़दूर सभा के जिलाध्यक्ष नंद किशोर बिंद व संचालन जिला सचिव शशि कांत कुशवाहा ने किया ।
सभा के आखिर में जिलाधिकारी, प्रबंध निदेशक पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड, व राष्ट्रपति, के नाम सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रतिनिधि को सौंपा गया।