गाजीपुर। नगर पालिका क्षेत्र गाजीपुर के लाल दरवाजा इलाके में एक ही परिवार के कई लोगों के बुखार से ग्रसित होने की सूचना प्राप्त होते ही जिला मलेरिया अधिकारी की टीम ने उसे क्षेत्र का सघन निरीक्षण किया। टीम में सहायक मलेरिया अधिकारी राम सिंह और एस०एल०टी० स्वामी नाथ और आलोक राय शामिल थे।वहां जिला एपिडेमियोलाजिस्ट डा० शहबाज़ खान के नेतृत्व में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन कर उसे क्षेत्र के बुखार के 6 मरीजों की मलेरिया तथा डेंगू की जांच रैपिड किट से की गई।जांच में सभी मलेरिया नेगेटिव और 01सम्भावित डेंगू का मरीज पाया गया।सम्भावित डेंगू का नमूना कंफर्मेटरी टेस्ट के लिए मेडिकल कॉलेज गाजीपुर को प्रेषित किया गया। लाल दरवाजा को केंद्रित करते हुए 50 मीटर के दायरे में आने वाले सभी घरों के अंदर और आसपास कंटेनरों की जांच की गई। लार्वा धनात्मक पाए गए कंटेनरों को मौके पर ही खाली करते हुए मकान मालिकों को इन कंटेनरों में दोबारा पानी भरने से रोकने की सख्त हिदायत दी गई। पूरे क्षेत्र के नालियों में लार्वी रोधी का छिड़काव कराया गया एवं नगर पालिका गाजीपुर को इस क्षेत्र में सघन फागिंग कराने हेतु अनुरोध किया गया।सभी घर वालों को डेंगू और मलेरिया से बचाव की स्वास्थ्य शिक्षा प्रदान की गई। इस वर्ष 01जनवरी से अब तक जनपद के कुल 15 व्यक्तियों के डेंगू धनात्मक होने की सूचना प्राप्त हुई है जबकि वर्ष 2023 में इस अवधि तक कुल 92 डेंगू धनात्मक मरीजों की सूचना प्राप्त हुई थी। इस वर्ष के चिन्हित अधिकांश मरीज गैर जनपदों और राज्यों से ग्रसित होकर आए है। चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग डेंगू के संक्रमण को सीमित करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।जनपद के सभी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों और मेडिकल कॉलेज गाजीपुर में बुखार के मरीजों की जांच और उपचार की सुविधा उपलब्ध है। मेडिकल कॉलेज गाजीपुर में उपचार हेतु मच्छरदानी युक्त 10 बेड का वार्ड क्रियाशील है जहाँ आज 02 संदिग्ध मरीज उपचार हेतु भर्ती हैं ।
ब्लाक स्तरीय चिकित्सालयों में कुल 73 मच्छरदानी युक्त बेड उपलब्ध हैं। इस वर्ष अब तक बुखार के 2315 मरीजों की रैपिड किट से जांच की गई है जिसमें सम्भावित डेंगू के 16 मरीज चिन्हित हुए हैं। इनमें से 10 मरीज डेंगू निगेटिव पाए गए और 2 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है 4 मरीजोंका परिणाम आना बाकी है। शेष 13 मरीज अन्य जिलों के चिकित्सालयों से सूचित हुए हैं। सभी मरीजों के क्षेत्रों में केस आधारित निरोधात्मक कार्यवाही तत्काल कराई जा रही है ताकि इसके संक्रमण को सीमित किया जा सके। निरोधात्मक कार्यवाही के लिए सभी ब्लॉक पर रैपिड रेस्पांस टीम सक्रिय है। सभी मरीजों के क्षेत्रों में साफ-सफाई और जागरूकता के लिए पंचायतीराज विभाग, नगर विकास विभाग,कृषि विभाग,पशुपालन विभाग और शिक्षा विभाग के साथ नियमित समन्वय किया जा रहा है। डेंगू और अन्य मच्छर जनित बीमारियों के दृष्टिकोण से आगामी अक्टूबर का महीना अत्यंत संवेदनशील है। इसलिए इस महीने में संचारी रोग नियंत्रण अभियान का संचालन किया जाएगा। मुख्य चिकित्साधिकारी डा० देश दीपक पाल ने जनपद वासियों से अनुरोध किया है कि अपने घरों के अंदर और आसपास कही भी जलजमाव नही होने दें। अपने पूरे शरीर को ढंकने वाले कपड़े पहने तथा सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। बुखार आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर निःशुल्क और उपचार कराए।खुद अपना उपचार न करे। सतर्क रहे स्वस्थ रहे।