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क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर 4 ईयर अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के तहत हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बैठक हुई आयोजित

जमानियां । स्थानीय स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानियां में आज दिनाँक 14.10.2024 को वीरबहादुर सिंह पूर्वाचल विश्वविद्यालय जौनपुर के आदेशानुसार महाविद्यालय के प्राचार्य एस एन सिंह की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति एवं पाठ्यक्रम और क्रेडिट फ्रेमवर्क फॉर फोर ईयर अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम विषय पर परिचर्चा हेतु प्राचार्य कक्ष में बैठक का आयोजन हुआ।

इस बैठक का आयोजन महाविद्यालय आईक्यूएसी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
अपनी बात रखते हुए महाविद्यालय के आईक्यूएसी प्रभारी प्रो.अरुण कुमार ने कहा कि UGC ने अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम के लिए एक करीकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क घोषित किया है. न्यू एजुकेशन पॉलिसी के अंतर्गत तैयार ये करीकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क छात्रों के लिए एक इनोवेटिव और लचीली उच्च शिक्षा प्रणाली प्रदान करेगा. यूजीसी ने इस पाठ्यक्रम को स्नातक कार्यक्रमों के लिए क्रेडिट ढांचे के साथ विकसित किया है. सभी उच्च शिक्षण संस्थानों को यूजीसी द्वारा पाठ्यक्रम को अपनाने के लिए आवश्यक उपाय करने की सलाह दी गई है. आइए जानते हैं इसके अंतर्गत कौन से विशेष 10 नये बदलाव नजर आएंगे इस बदलाव में हॉलिस्टिक और मल्टी-डिसिप्लिनरी अंडरग्रेजुएट एजुकेशन पर जोर दिया गया है।
बैठक में अपनी बात रखते हुए हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो. अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ने कहा कि
फ्लेक्सिबल करीकुलर स्ट्रक्चर, मल्टीपल एंट्री-एग्जिट की अनुमति और री-एंट्री विकल्प मौजूद होगा 1 वर्ष (2 सेमेस्टर) पूरा करने के बाद यूजी प्रमाणपत्र 2 साल बाद यूजी डिप्लोमा (4 सेमेस्टर) 3 साल (6 सेमेस्टर) के बाद स्नातक की डिग्री 4 साल बाद स्नातक की डिग्री (ऑनर्स) चौथा वर्ष मुख्य रूप से शोध-आधारित शिक्षा के लिए होगा.
कम्यूनिटी इंगेजमेंट और सेवाएं, पर्यावरण शिक्षा और मूल्य- आधारित शिक्षा में क्रेडिट-आधारित पाठ्यक्रमों और परियोजनाओं को शामिल करना होगा। वहीं बैठक में अपनी बात रखते हुए महाविद्यालय के संकाय अध्यक्ष डां. संजय कुमार सिंह ने कहा कि इस व्यवस्था के तहत छात्रों को स्थानीय उद्योग के साथ इंटर्नशिप का अवसर प्रदान किया जाएगा यूजी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए समर टर्म के दौरान 4 क्रेडिट वर्क आधारित लर्निंग इंटर्नशिप से गुजरना होगा. चार साल में होगा ग्रेजुएशन।

अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में प्राचार्य प्रो. एस एन सिंह ने कहा कि नए अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम यानी फोर ईयर अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम (FYUP) में किताबी शिक्षा के साथ अनुभव और सीखने पर जोर दिया है. अब लर्निंग इंटर्नशिप को नए पाठ्यक्रम फ्रेमवर्क में जगह दी गई है इसके तहत जो छात्र पहले दो सेमेस्टर के बाद बाहर निकलना चाहते हैं, उन्हें यूजी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के लिए इंटर्नशिप करनी होगी। इस अवसर पर महाविद्यालय के भूगोल विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सौरभ कुमार सिंह सत्य प्रकाश सिंह अमित कुमार सिंह, प्रदीप कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे। इस आशय की जानकारी महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी डां.अभिषेक तिवारी ने विज्ञप्ति जारी कर दी।