जमानिया। कोतवाली क्षेत्र के तियरी गांव में पिता के निधन के बाद उनकी पुत्री ने चिता को आग देने के साथ ही निधन के बाद होने वाले रीति रिवाज को निभा रही है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
भारतीय संस्कारों में बेटे को पिता की चिता को आग देने का अधिकार है, लेकिन बदलते परिवेश में बेटी भी किसी से कम नहीं है और वे भी अब शमशान तक अर्थी को कंधा देकर आखिरी बिदाई दे रही है। तियरी गांव निवासी आईटीबीपी में सब इंस्पेक्टर गरिमा सिंह ने अपने पिता विजयशंकर सिंह यादव (70) के निधन पर उन्हें 2 अक्टूबर को मुखाग्नि दी और हिंदू रीति रिवाज के अनुसार विधि विधान से पहले सिर मुड़वाया और फिर पिंडदान तक का रिवाज विधि विधान से निभाया। ज्ञात हो कि उनका कोई पुत्र नहीं था। जिस कारण से उनकी पुत्री ने अंतिम संस्कार के रिवाज को निभाया। पुत्री गरिमा की क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है।