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मोदी योगी सरकार की कारपोरेट परस्त नीतियों ने मजदूरों, किसानों की हालत दयनीय बनाई है -राष्ट्रीय सचिव किसान महासभा

भदौरा।  आज सेवराई तहसील मुख्यालय पर भाकपा (माले), अखिल भारतीय किसान महासभा, खेग्रामस एवं महिला संगठन ऐपवा के बैनर तले भारी संख्या में जुटे किसानों मजदूरों व महिलाओं ने संयुक्त रूप से फर्जी बिल माफ़ी,300 यूनिट फ्री बिजली, हर गरीब को आवास देने,बैंकों- सूदखोरों- समूहों तथा माइक्रो फाइनेंस कंपनियों की सम्पूर्ण कर्ज़ माफी, सहारा का पैसा वापस करने,10, 000 रुपए पेंशन देने, अफ़ीम की खेती का लाइसेंस जारी करने, दिलदारनगर पशु मेले को पूरी क्षमता से चलाने व गायों की ख़रीद विक्री पर रोक हटाने और 2300 रु प्रति क्विंटल धान खरीद की गारंटी करने व अन्य प्रान्तों की तरह धान का रेट 3217 रु करने की जोरदार माँग उठाई। कई हजार की संख्या में जुटे किसानों मजदूरों ने भदौरा बाजार में रैली निकाला और सभा किया। रैली के दौरान पूरा बाज़ार लाल झंडों से पट गया। ऐसा जन सैलाब पहले कभी नहीं देखा गया । देखने से साफ लग रहा था कि ये लोग स्वत: अपने अपने गांवों से पैदल चल कर या चंदा जुटाकर अपना साधन कर के आए हैं। और उनके गांवों में जो तबाही बढ़ रही है उसको हल कराने की मांग सरकार से करने आए हैं।
सभा को संबोधित करते हुए भाकपा (माले) केंद्रीय कमेटी सदस्य व अखिल भारतीय  किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि मोदी योगी सरकार की कारपोरेट परस्त नीतियों के चलते देश के मजदूरों किसानों की हालत लगातार बद से बदतर हो रही है। पूंजी के केंद्रीकरण से लोग रोजगार से वंचित हो रहे हैं और किसानों के खेत और खेती सब कुछ संकट में है। उनकी फसल कौड़ी के मोल लूटी जा रही है। एम एस पी तक की गारंटी, सरकार नहीं दे पा रही है। उन्होंने आगे कहा कि बिजली कंपनियों को भारी मुनाफा पहुंचाने के लिए लोगों को लूटा जा रहा है । भारी फर्जी बिजली बिल बिना किसी लेखा जोखा के भेजा जा रहा है। और बकाया के नाम पर कनेक्शन काटे जा रहे हैं । उन्होंने मांग किया कि कनेक्शन काटना बंद हो  और गांवों में चौपाल लगाकर हिसाब किया जाए। गांवों में लोगों की बदहाली को देखते हुए बकाया बिजली बिलों को माफ करने की मांग की और विभिन्न राज्यों की तरह यूपी में भी 300 यूनिट फ्री बिजली देने की मांग की उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में यही भाजपा सरकार पिछले साल भी किसानों को 3100 रु धान का रेट दी और यहां यूपी में घोषित 2300 रु का रेट  दिलाने को तैयार नहीं है। बिचौलिए लूटने को तैयार बैठे हैं।
भाजपा सरकार ने पोस्ते की खेती करने वाले किसानों को बर्बाद कर दिया। अफ़ीम कारखाना 1820 में यहां बना उससे पहले से यहां पोस्ते की खेती होती रही है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फिर से पोस्ते की खेती का लाइसेंस नहीं जारी किया जाएगा तो यहां बड़ा वो किसान आन्दोलन खड़ा किया जाएगा।

भाकपा (माले) के जिला सचिव कामरेड शशि कांत कुशवाहा ने कहा की फर्जी बिजली बिल गांव में गरीबों के लिए बड़ा सवाल बन गया है, इसको तो सरकार को माफ करना ही होगा इसके साथ किसानों मजदूरों का बैंकों, सूदखोरों , समूहों और माइक्रो फाइनेंस कंपनियों का भी सारा कर्ज माफ करना होगा। मोदी सरकार ने 16 लाख करोड़ रूपए कर्ज माफ कर दिया है लेकिन मेहनत कश आबादी को घुट घुट कर मरने के लिए मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि योगी राज में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। दलितों पिछड़ों अल्पसंख्यकों और महिलाओं पर हमले बहुत बढ़ गए हैं। उनका दमन किया जा रहा है। उन्होंने योगी के बुल्डोजर राज के खिलाफ लोगों के खड़ा होने का आह्वान किया। कामरेड शशिकांत ने भदौरा स्टेशन पर कोरोना काल के पहले रुकने वाली ट्रेनों का फिर से ठहराव करने की मांग की।अगर यहां ट्रेनें नहीं रुकेगीं तो भदौरा स्टेशन पर रेल रोको आंदोलन शुरू किया जाएगा।
सभा को अन्य लोगों के अलावा खेग्रामस नेता विजई बनवासी, भदौरा के पार्टी सचिव राम प्रवेश कुशवाहा, गोरख राजभर, चंद्रावती बिंद, मूर्ति देवी, सदानंद मौर्य, गोरख राजभर,सुधाकर बिंद, बीरबल बिंद ,मन्नू यादव , अनिल कुमार राम , दसश्याम प्यारी ने संबोधित किया। सभा की अध्यक्षता गोरख राजभर और संचालन शशि कांत कुशवाहा ने किया सभा के अन्त में राष्ट्रपति को संबोधित 13 सूत्रीय ज्ञापन एस डी एम सेवराई को सौंपा गया।