गाज़ीपुर। बाल स्वास्थ्य पोषण माह का आयोजन बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण की स्थिति में सुधार लाने के उद्देश्य से किया जाता है। यह माह विशेष रूप से शिशुओं, बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने और सेवाओं का प्रचार-प्रसार करने के लिए समर्पित होता है। इसके अंतर्गत 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जानी है। जो 4 दिसंबर से लेकर 3 जनवरी 2025 तक चलेगा। क्षेत्र में इस कार्यक्रम का शुभारंभ अर्बन पीएचसी हाथी खाना पर एसीएमओ डॉ मनोज सिंह ने बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाकर किया गया।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एनएचएम डॉ मनोज कुमार सिंह ने बताया कि विटामिन ए की खुराक 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों को पिलाया जाता है जिससे बच्चों को कई बीमारियों से सुरक्षा मिलता है। उन्होंने बताया कि विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। जिससे बच्चों में अनेक रोगों से लड़ने हेतु प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है जिससे वे स्वस्थ व पोषित रहते हैं। जिला प्रशिक्षण अधिकारी सुजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि प्रत्येक बुद्धवार और शनिवार को बीएचएनडी सत्र पर 9 महीने से लेकर 5 वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाया जाएगा। जिले में लगभग 5 लाख बच्चे ऐसे हैं जिनको विटामिन ए पिलाना है। विटामिन ए बच्चों में रतौंधी होने से बचाता है। इसके साथ-साथ शरीर की प्रतिरक्षण प्रणाली को भी मजबूत करता है और बहुत सारे चर्म रोग की बीमारियों को भी ठीक करता है, विटामिन ए प्रचुर मात्रा में गाजर पपीता,सहजन, मछली अंडा दूध में पाया जाता है। यह माह भारत में हर साल नवंबर या दिसंबर के दौरान आयोजित किया जाता है। स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, साथ ही आंगनवाड़ी और आशा कार्यकर्ता इस कार्यक्रम के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारत को कुपोषण मुक्त बनाना और बच्चों को स्वस्थ जीवन प्रदान करना है।
उक्त कार्यक्रम में जिला मलेरिया अधिकारी मनोज, यूनिसेफ के बलवंत सिंह, न्यूट्रीशनल से सुनीता सिंह, अर्बन कोऑर्डिनेटर अशोक कुमार, डॉ ईशानी वर्धन के साथ अन्य लोग उपस्थित रहे।