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ट्रेड लाइसेंस शुल्क व्यापारियों पर थोपा जा रहा अनावश्यक बोझ है, इसे प्रशासन को हर हाल में लेना होगा वापिस: व्यापारी

जमानिया। तहसील के सामने स्थित रामलीला मंच पर रविवार को दुसरे दिन भी व्यापारियों का ट्रेड लाइसेंस शुल्क के विरोध में अनिश्चितकालीन क्रमिक धरना प्रदर्शन जारी रहा। जिसमें जमानिया स्टेशन‚ हरपुर एवं जमानिया कस्बा में संचालित छोटे-बड़े सभी दुकानदार शामिल हुए और रजिस्टर पर हस्ताक्षर कर धरने का समर्थन किया।

विरोध व असंतोष:

नगर पालिका द्वारा व्यापारियों पर लगाए गए ट्रेड लाइसेंस शुल्क का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि इस शुल्क का कोई औचित्य नहीं है और यह पहले से ही महंगाई और आर्थिक मंदी का सामना कर रहे छोटे व्यवसायों पर अतिरिक्त बोझ है।

व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश जायसवाल ने कहा कि पहले से ही विभिन्न करों और शुल्कों के बोझ तले दबे व्यापारियों के लिए यह नई व्यवस्था अनुचित है। उन्होंने कहा कि ट्रेड लाइसेंस शुल्क व्यापारिक गतिविधियों को हतोत्साहित करेगा, खासकर छोटे और मध्यम व्यापारियों के लिए, जो पहले से ही संघर्ष कर रहे हैं। समाजसेवी नारायण दास चौरसिया ने कहा कि हम पहले ही पानी, प्रॉपर्टी टैक्स, जीएसटी‚ इनकम टैक्स और अन्य कई शुल्कों का भुगतान कर रहे हैं। अब यह नया शुल्क हमारी आय पर अतिरिक्त प्रभाव डालेगा। नगर के व्यापारियों के साथ संवाद कर समाधान निकालना चाहिए।    सभासद सचिन वर्मा ने कहा कि नगर पालिका व्यापार को बढ़ावा देने के बजाय नए शुल्क लगाकर इसे और कठिन बना रही है। एक ओर स्थानीय व्यापारी पहले ही जीएसटी, घर दुआरी टैक्स और अन्य करों का भुगतान कर रहे हैं। ट्रेड लाइसेंस शुल्क एक और अनावश्यक बोझ है। इससे छोटे व्यापारी खासतौर पर प्रभावित होंगे। इसे वापस लिया जाए। धरना को लगातार व्यापारियों का समर्थन मिल रहा है।

विरोध में सम्मिलित लोग:

वीरेंद्र कुमार मौर्य, गोविन्द चौबे‚ जमीर खां‚ दिनेश कुमार‚ राम जी राम‚ अनिल कुमार‚ मुन्ना गुप्ता‚ सुनील कुमार‚ मोहम्मद आफताब‚ आमीर नियाजी‚ श्रीकांत पाण्डेय‚ इस्लाम‚ मंजर खां‚ भोला जायसवाल समेत दर्जनों लोग मौजूद रहे।