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करंडा में ‘फर्जीवाड़ा युग’ का अंत? एडीओ पांडेय की एंट्री से मचा बवाल

गाजीपुर। करंडा ब्लॉक के पंचायत महकमे में इन दिनों खलबली मची है। कारण है—नवागत प्रभारी एडीओ पंचायत जयप्रकाश पांडेय की ताजातरीन नियुक्ति। पदभार ग्रहण करते ही श्री पांडेय ने फर्जीवाड़े और लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाते हुए साफ संदेश दे दिया है—”अब पंचायत विभाग में दिखावा नहीं, सिर्फ काम चलेगा।”

डमी सफाईकर्मियों को चेतावनी

पदभार संभालते ही श्री पांडेय ने डमी सफाईकर्मियों को सीधी चेतावनी दी—”या तो सुधर जाओ, या कार्रवाई के लिए तैयार रहो।” उन्होंने कहा कि अब प्रत्येक सफाईकर्मी की उपस्थिति, काम की गुणवत्ता और जमीनी स्तर पर सक्रियता की नियमित जांच होगी। अगर कोई कर्मचारी अनुपस्थित पाया गया या किसी और से काम करवाया जा रहा मिला, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सस्पेंड एडीओ की कुर्सी पर आए पांडेय, बदले तेवर

गौरतलब है कि करंडा के पूर्व एडीओ पंचायत को जातिसूचक टिप्पणी के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। उनकी जगह जिम्मेदारी संभालने वाले जयप्रकाश पांडेय ने साफ कर दिया है कि वे सिर्फ कागज़ों में नहीं, फील्ड में जाकर काम की निगरानी करेंगे। उनका कहना है—”ईमानदारी से काम करने वालों को समर्थन मिलेगा, लेकिन गड़बड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।”

पंचायतों में जांच की तैयारी

सूत्रों के अनुसार, आने वाले दिनों में करंडा की प्रत्येक ग्राम पंचायत में सफाई व्यवस्था से संबंधित फाइलों की गहन जांच की जाएगी। यह पता लगाया जाएगा कि कहां किसकी ड्यूटी थी, किसने काम किया, और कहां फर्जी हाजिरी लगी। जांच के दायरे में वे कर्मचारी भी आएंगे, जो सालों से सिर्फ वेतन ले रहे हैं लेकिन फील्ड में दिखाई नहीं देते।

क्या यह बदलाव की शुरुआत है?

अब यह देखना दिलचस्प होगा कि श्री पांडेय की यह सख्ती लंबे समय तक कायम रह पाती है या फिर सिस्टम के दबाव में इन तेवरों की धार कुंद हो जाती है। फिलहाल, करंडा ब्लॉक के पंचायत विभाग में सन्नाटा और भय का माहौल है—और हर तरफ गूंज रही है एक ही आवाज: “अब लापरवाही नहीं चलेगी”