गाजीपुर। उत्तर प्रदेश आपदा मित्र एसोसिएशन द्वारा शुक्रवार को लंका मैदान से जिलाधिकारी कार्यालय तक मार्च निकालते हुए एक जोरदार प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन के बाद जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया और इसके उपरांत प्रदेश सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में प्रदेश भर से लगभग 200 आपदा मित्रों और सखियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने की और मुख्य अतिथि के रूप में AICCTU के राष्ट्रीय सचिव का. अनिल वर्मा ने शिरकत की। सम्मेलन में विभिन्न राष्ट्रीय और प्रदेश पदाधिकारियों ने आपदा मित्रों की समस्याओं और मांगों को प्रमुखता से उठाया।आपदा मित्रों का शोषण, न वेतन न सुरक्षा
सम्मेलन में वक्ताओं ने कहा कि उत्तर प्रदेश के 10,600 आपदा मित्रों से 12-12 घंटे काम लिया जा रहा है लेकिन इन्हें न तो मानदेय दिया जा रहा है और न ही कोई स्वास्थ्य या सामाजिक सुरक्षा। जान जोखिम में डालकर आपदाओं में काम करने वाले इन युवाओं को केवल किट और लाइफ जैकेट दी जाती है, जबकि न तो कोई बीमा है और न ही सेवा का स्थायित्व।
सम्मेलन में उठाई गई मुख्य मांगें:
- घोषित ₹5 लाख की बीमा राशि को बढ़ाकर ₹20 लाख किया जाए।
- सभी आपदा मित्रों/सखियों को सरकारी आपदा कर्मचारी घोषित किया जाए।
- स्वास्थ्य बीमा, ईएसआई, पीएफ और रिटायरमेंट की सुविधाएं दी जाएं।
- न्यूनतम वेतन ₹26,910 प्रतिमाह सुनिश्चित किया जाए।
- स्वीकृत आपदा कार्यालयों में आपदा मित्रों की नियुक्ति हो और कार्यालय सक्रिय किया जाए।
- सभी को एक ही योजना के तहत समायोजित कर कार्य एवं वेतन तय किया जाए।
- अब तक कराए गए कार्यों का तत्काल भुगतान किया जाए।
- सभी आपदा मित्रों का बीमा नवीनीकरण किया जाए।
प्रदीप कुमार का संबोधन:
राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रदीप कुमार ने अपने उद्बोधन में कहा कि वर्ष 2016 से अब तक आपदा मित्रों ने बाढ़, भूकंप, तूफान जैसी कई आपदाओं में सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने बताया कि 25 मार्च 2025 को लोकसभा में स्वयं गृहमंत्री ने स्वीकार किया था कि आपदा मित्रों ने 78,000 लोगों को सुरक्षित निकाला और हजारों घायलों को अस्पताल पहुँचाया। इसके बावजूद इन युवाओं को न तो वेतन मिला और न ही कोई स्थायी पहचान। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से अपील की कि आपदा मित्रों के अधिकारों का हनन रोका जाए और उन्हें स्थायी रूप से नियुक्त कर वेतन व अन्य सुविधाएं दी जाएं।
सम्मेलन में प्रमुख सहभागिता:
इस सम्मेलन में मुख्य रूप से राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष अखिलेश सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी बीरेंद्र सिंह यादव, राष्ट्रीय सोशल मीडिया प्रभारी राजकिशोर यादव, प्रदेश अध्यक्ष रामबचन राजभर, प्रदेश उपाध्यक्ष विवेक मणि त्रिपाठी, प्रदेश संयुक्त मंत्री अजीत यादव, प्रदेश मीडिया प्रभारी इन्द्रजीत यादव, प्रदेश समिति सदस्य चन्द्रहास यादव और जिला अध्यक्ष संजय भारती समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे। सम्मेलन के माध्यम से आपदा मित्रों ने अपनी मांगों को जोरदार तरीके से प्रस्तुत किया और सरकार से शीघ्र कार्रवाई की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मांगे नहीं मानी गईं तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।