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अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन कर सौपा पत्रक

जमानियां (गाजीपुर)। तहसील मुख्यालय पर गुरुवार को अखिल भारतीय किसान महासभा के कार्यकर्ताओ ने धरना प्रदर्शन करते हुए महामहिम राष्ट्रपति एवं उपजिलाधिकारी को संबोधित पत्रक तहसीलदार को सौंपा।

अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय सचिव कामरेड ईश्वर प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि भारतीय पहलवानों और समाज के अन्य सभी वर्गों के विरोध के लोकतांत्रिक अधिकार को सुरक्षित करने और भाजपा सांसद बृजभूषण सरन सिंह की गिरफ्तारी की मांग के लिए देशव्यापी आंदोलन का आह्वान के तहत जमानियां, जखनियां, सैदपुर, सेवराई, मुहम्मदाबाद तहसील केंद्रों पर धरना प्रदर्शन के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया है। किसान महासभा के तत्वावधान में ट्रेड यूनियनों, महिलाओं, युवाओं, छात्रों, व्यापारियों, बुद्धिजीवियों और सामाजिक आंदोलनों सहित अन्य सभी वर्गों के साथ समन्वय में पूरे जिले में प्रदर्शन किया है।
अखिल भारतीय किसान महासभा ने 5 जून, जिस दिन आरएसएस कार्यकर्ताओं और महंतों ने अयोध्या में बृजभूषण सरन सिंह के समर्थन में एक रैली बुलाई है, को गाँव और शहरी केंद्रों पर भाजपा सांसद बृजभूषण सरन सिंह के खिलाफ प्रदर्शन और पुतला जलाया जाएगा। जिस दिन महिला पहलवानों ने महिला सम्मान महापंचायत बुलाई थी, को पहलवानों के विरोध के क्रूर दमन की हम कड़ी निंदा करते हैं और प्रदर्शनकारी पहलवानों की गिरफ्तारी और उन पर एफआईआर दर्ज किए जाने की भी निंदा करते हुए फर्जी मुकदमा वापस लेने की मांग करते हैं। यौन उत्पीड़न का विरोध कर रहे पहलवानों के खिलाफ मोदी सरकार की कार्रवाई उसकी महिला विरोधी और जनविरोधी एजेंडे को स्पष्ट करती है। विरोध के खिलाफ दमन की नीति नागरिकों के विरोध के अधिकार का उल्लंघन है, जिसकी माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने बार-बार पुष्टि की है। हम राकेश वैष्णव मामले में सर्वोच्च न्यायालय के शब्दों को याद करते है जब अदालत ने कहा: “..वास्तव में विरोध करने का अधिकार एक मौलिक अधिकार का हिस्सा है और वास्तव में सार्वजनिक व्यवस्था के अधीन इसका प्रयोग किया जा सकता है। निश्चित रूप से ऐसे अधिकारों के प्रयोग में तब तक कोई बाधा नहीं होगी जब तक कि यह अहिंसक है और अन्य नागरिकों के जीवन और संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाता है और कानून के अनुसार है।” माननीय न्यायालय ने आगे कहा “.. इस स्तर पर हमारा विचार है कि किसानों के विरोध को बिना किसी बाधा के और प्रदर्शनकारियों या पुलिस द्वारा शांति भंग किए बिना जारी रखने की अनुमति दी जानी चाहिए।” अखिल भारतीय किसान महासभा ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ प्राथमिकी वापस लेने और बृजभूषण सरन सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आगे आन्दोलन जारी रखेंगा। गांव गांव गरीबों के नाम दिया गया फर्जी बिजली बिल वापस लेने की मांग को लेकर जिलाधिकारी के नाम भी मांग पत्र दिया गया। सभा में प्रमुख रूप से कामरेड ईश्वरी प्रसाद कुशवाहा, शशिकांत कुशवाहा, बुच्चीलाल, महेंद्र राम, गुलाब सिंह, लालबहादुर बागी, हंसा देवी, आजाद यादव, नन्द किशोर बिंद, सरोज यादव, सतेन्द्र प्रजापति, रामबृक्ष कुशवाहा, श्रीकांत, रणधिर सिंह, अशोक, सरोज, क्रांति, कन्हैया कुमार, जोखू प्रसाद, महेंद्र भारद्वाज, संजय,उषा बौद्ध, संतोष कुमार, नन्द किशोर, अखिलेश मौर्य, मनोज कुशवाहा, सगीर अहमद, मोती प्रधान, रामबिलास यादव आदि लोग शामिल हुए।