जमानियां। पल्स पोलियो अभियान के रविवार से 14 दिसंबर तक शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो से बचाव की दवा पिलाई गई। अभियान के पहले दिन रविवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ. रवि रंजन के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम ने नगर और ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर जाकर पोलियो ड्रॉप पिलाने का कार्य किया।
डॉ. रवि रंजन ने बताया कि भारत 15-16 साल पहले पोलियो मुक्त घोषित हो चुका है, लेकिन पड़ोसी देशों जैसे पाकिस्तान और अफगानिस्तान में अभी भी पोलियो संक्रमण मौजूद है। एहतियातन हर साल बच्चों को पोलियो से बचाने के लिए यह अभियान चलाया जाता है। इस बार भी स्वास्थ्य कर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और पर्यवेक्षकों ने बूथों, घरों, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, ईंट भट्टों और अन्य दूरस्थ क्षेत्रों में बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाई।
विशेष ध्यान:
उन्होंने बताया कि घुमंतू आबादी, मलिन बस्तियों, और निर्माणाधीन स्थलों पर रहने वाले परिवारों में पोलियो संक्रमण का जोखिम अधिक होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्रों में विशेष टीमों को तैनात किया गया। ट्रांजिट और मोबाइल टीमों ने बस और टैंपो स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थलों पर भी बच्चों को दवा पिलाने का कार्य किया। अभियान का उद्देश्य क्षेत्र को पूरी तरह पोलियो मुक्त बनाए रखना और शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को इस गंभीर रोग से बचाना है।