जमानिया (गाज़ीपुर)। स्टेशन बाजार स्थित हिंदू स्नातकोत्तर महाविद्यालय के लगभग 60 से अधिक तथा हिंदू इंटर कॉलेज के 105 कैडेटों ने 91 यूपी बटालियन के समादेश अधिकारी कर्नल अमर सिंह के निर्देशानुसार महाविद्यालय परिसर के साथ आसपास के क्षेत्रों में स्थित नदियों तालाबों की साफ सफाई कर आमजन को स्वच्छता के महत्व के प्रति तथा “बेहतर भारत के लिए प्लास्टिक के विकल्प” प्रसंग को दर्शाते हुए कैडेट्स ने आम जन को जागरूक किया। लोगों द्वारा कैडेट्स के इस पहल की खूब सराहना की गई। इसके साथ ही रैली निकालकर गंदगी को दूर करने हेतु साफ सफाई की गई तथा लोगों के बीच जाकर उन्हें जागरूक किया गया।
एएनओ ने की पहल:
सर्वप्रथम एएनओ डॉ0 अंगद प्रसाद तिवारी व रामजी प्रसाद ने झाड़ू लगाकर सभी कैडेटों को आगे आकर स्वच्छता में अपना योगदान देने हेतु प्रेरित किया।
एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर का संबोधन:
एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर कैप्टन डॉक्टर अंगद प्रसाद तिवारी ने कैडेट छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि स्वच्छता ना होने की वजह से हमारे आसपास का वातावरण दूषित हो जाता है जिससे तमाम तरह की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है। आगे उन्होंने कहा कि एनसीसी कैडेट के द्वारा इस तरीके के अभियान चलाए जाने से लोगों में अधिक जागरूकता फैलाई जा सकती है। और जैसा कि हम सब वाकिफ भी हैं, की देश की 65% आबादी युवाओं की है और कहा भी जाता है की “जिस ओर जवानी चलती है, उस ओर जमाना चलता है”। इसलिए किसी भी कार्य का कार्यभार यदि युवाओं के हाथों में दे दिया जाए तो उसका सफल होना लगभग निश्चित मान लिया जाता है।
प्रथम अधिकारी रामजी प्रसाद ने कैडेट्स को समझाया “प्रदूषण नियंत्रण के उपाय”:
हिंदू इंटर कॉलेज जमानिया के प्रथम अधिकारी रामजी प्रसाद ने कैडेट को स्वच्छता से संबंधित बाते बताई साथ ही उन्हें अपने घर के साथ साथ बाहरी परिवेश को भी स्वच्छ रखने के लिए जागरूक किया। आगे उन्होंने बताया;
प्रदूषण नियंत्रण के उपाय:
• पर्यावरण के अनुकूल ऊर्जा स्रोतों का उपयोग।
• सार्वजनिक परिवहन और साइकिल चलाने को प्रोत्साहित करना।
• प्लास्टिक के उपयोग को कम करना।
• पौधारोपण और हरित क्षेत्र को बढ़ावा देना।
• औद्योगिक अपशिष्टों के सुरक्षित निपटान की व्यवस्था करना। राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस हमें प्रदूषण मुक्त और स्वस्थ भविष्य के निर्माण के लिए प्रेरित करता है।
द्वितीय अधिकारी संतोष कुमार पाटिल:
द्वितीय अधिकारी संतोष कुमार पाटिल द्वारा कैडेटों को उनकी कार्यक्षमता पहचान अपने कर्तव्यों का निर्वाह करने हेतु प्रोत्साहित करने के साथ ही उन्हे देश हित में स्वच्छता का महत्व समझाया गया। आगे उन्होंने कहा कि स्वच्छता एक सभ्य समाज की पहचान है। यह समाज के लोगों के बीच बेहतर संबंधों और सहयोग को प्रोत्साहित करती है। इसलिए, स्वच्छता न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए बल्कि सामूहिक कल्याण और पर्यावरण के संरक्षण के लिए भी जरूरी है।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस?
राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस हर साल 2 दिसंबर को मनाया जाता है। यह दिन 1984 में भोपाल गैस त्रासदी में जान गंवाने वाले लोगों की याद में मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य प्रदूषण के खतरों के प्रति जागरूकता फैलाना और इसे नियंत्रित करने के उपायों पर ध्यान केंद्रित करना है।
इस दिन को मनाने के मुख्य उद्देश्यों में शमिल है:
• औद्योगिक प्रदूषण और उसके खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाना।
• वायु, जल और मिट्टी के प्रदूषण को रोकने के लिए कदम उठाना।
• पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को प्रेरित करना।
भोपाल गैस त्रासदी का संदर्भ:
2-3 दिसंबर 1984 की रात, मिथाइल आइसोसाइनेट (MIC) गैस का रिसाव यूनियन कार्बाइड प्लांट से हुआ था। यह त्रासदी अब तक की सबसे बड़ी औद्योगिक आपदा मानी जाती है, जिसमें हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग प्रभावित हुए।
उपस्थिति सम्माननीय:
उक्त अवसर पर प्राचार्य श्रीनिवास सिंह, अखिलेश कुमार शर्मा शास्त्री ,एसोसिएट एनसीसी ऑफिसर डा0अंगद प्रसाद तिवारी, रामजी प्रसाद, संतोष कुमार पाटिल।
एनसीसी कैडेट्स:
UO महजबीन अंसारी, SGT विजय पाण्डेय, SGT विशाल , चंदन यादव, कृष्ण कुमार, जितेन्द्र यादव, अनिवेश पाण्डेय , वसीम, UO ज्योति, नर्गिस, अनुराधा, SGT मुस्कान, रम्भा, जगरानी, प्रेमा समेत समस्त एनसीसी कैडेट्स व महाविद्यालय परिवार मौजूद रहा।