गाज़ीपुर। पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन में परिवार परामर्श केन्द्र पुलिस लाइन में पति-पत्नी के विवाद से सम्बन्धित 30 प्रकरण सुने गए।
जिसमें काफी समय से विवादित चल रहे 06 प्रकरण में दोनो पक्षो को बैठाकर मध्यस्थता के माध्यम से बिना किसी दबाव के राजी खुशी से गिले शिकवे भुलाकर विदाई करायी गयी । इसके पश्चात 09 प्रकरण में मध्यस्ता विफल होने के कारण विधिक कार्यवाही का सुझाव देते हुए पत्रावली बंद कर दी गई। अन्य 09 पारिवारिक विवाद में कुशलता प्रकट होने के बाद पत्रावली बंद कर दी गई। शेष 06 परिवारिक विवाद में मध्यस्थता न होने के कारण अगली तिथि निर्धारित की गई।
इन सभी प्रकरण के निस्तारण में विक्रमादित्य मिश्र, वीरेंद्र नाथ राम ,सोनिया सिंह, महिला सहायता प्रकोष्ठ प्रभारी शशि सिंह, उप निरीक्षक शशि धर मिश्रा,महिला मुख्य आरक्षी सुनीता गिरि, आरक्षी रागिनी चौबे, संध्या, आरक्षी शिव शंकर, महिला होमगार्ड विमला, आदि लोग उपस्थित रहे।
पुलिस लाइन में बनाए गए परिवार परामर्श केंद्र (Family Counseling Centers) का मुख्य उद्देश्य पुलिस के सहयोग से घरेलू विवादों और पारिवारिक समस्याओं को बिना किसी कानूनी कार्रवाई के शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाना है। ये केंद्र पुलिस और समाज की साझेदारी का एक प्रभावी उदाहरण हैं, जहां लोग अपने पारिवारिक मामलों को सौहार्दपूर्ण तरीके से हल कर सकते हैं। और इसी उद्देश्य को पूर्ण करते हुए गाज़ीपुर परिवार परामर्श केंद्र अपनी भूमिका निभा रहा है।