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उपडाकघर व बैंकों में आधार बनवाने में अव्यवस्था, सुविधा शुल्क के नाम पर वसूली से जनता परेशान

जमानियां। नगर क्षेत्र के स्टेशन बाजार स्थित उपडाकघर व विभिन्न बैंकों में आधार कार्ड बनवाने और उसमें संशोधन कराने के नाम पर भारी अव्यवस्था व्याप्त है। आम लोगों को घंटों लाइन में लगने और कई-कई दिन तक चक्कर काटने के बावजूद निराशा ही हाथ लग रही है। वहीं, सुविधा शुल्क के नाम पर 300 से 900 रुपये तक की अवैध वसूली की जा रही है, जिससे लोगों में आक्रोश है। सूत्रों के अनुसार, डाकघर और बैंकों में आधार कार्ड के नाम पर दलालों और ऑपरेटरों की मिलीभगत से खुलेआम लूट मची हुई है। नया आधार कार्ड बनवाने, मोबाइल नंबर जोड़ने या संशोधन कराने के लिए लोग सुबह से लाइन में लगते हैं, पर दिनभर इंतजार के बाद भी उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है। कभी साइट की गति धीमी हो जाती है, तो कभी नंबर ही नहीं आता।

दलालों के बिना नहीं होता काम
स्टेशन बाजार उपडाकघर पर उमस भरी गर्मी में भी लोगों की भारी भीड़ देखी जा सकती है। लोग बताते हैं कि बिना दलाल के कोई भी काम कराना नामुमकिन हो गया है। ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले लोग सुबह खाना लेकर पहुंचते हैं, परंतु सीमित संसाधन और तकनीकी अड़चनों के कारण उन्हें कई दिन तक वापस लौटना पड़ता है।

सख्ती पर बंद हो जाती है सेवा
स्थानीय लोगों का कहना है कि जब प्रशासन की ओर से कोई जांच या कार्रवाई होती है, तो बैंक और उपडाकघर में आधार बनाने की सेवा ही बंद कर दी जाती है। इससे आम जनता को और अधिक कठिनाई का सामना करना पड़ता है।

जनता ने की सख्त कार्रवाई की मांग
लोगों ने प्रशासन के उच्च अधिकारियों से मांग की है कि इस अव्यवस्था पर तत्काल संज्ञान लेते हुए ठोस कार्रवाई की जाए। आधार जैसी आवश्यक सेवा में पारदर्शिता और सुगमता बहाल की जाए, ताकि आम नागरिकों को राहत मिल सके।

पिछले एक सप्ताह से आ रहे हैं, अब तक नंबर नहीं आया। हर दिन घंटेभर लाइन में खड़े रहते हैं, फिर लौटना पड़ता है-  एक परेशान नागरिक