ग़ाज़ीपुर। जिलाधिकारी अविनाश कुमार की अध्यक्षता में आज विकास भवन सभागार में जिला वृक्षारोपण समिति, जिला गंगा समिति एवं जिला पर्यावरण समिति की संयुक्त बैठक आयोजित की गई।बैठक में नगर पालिका मुहम्मदाबाद, नगर पालिका जमानियां, नगर पंचायत जंगीपुर, नगर पंचायत दिलदारनगर एवं नगर पंचायत बहादुरगंज के अधिशासी अधिकारियों की अनुपस्थिति पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए उनसे स्पष्टिकरण तलब किया।
प्रभागीय निदेशक, वन विभाग ने जानकारी दी कि वर्ष 2025-26 में जनपद गाजीपुर के लिए 41,14,100 पौधों के वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसमें वन विभाग को 10,50,000 एवं अन्य विभागों को 30,64,100 पौधों का लक्ष्य दिया गया है। अब तक प्राप्त सूचना के अनुसार अन्य विभागों द्वारा 24,11,959 गड्ढों की खुदाई की गई है, लेकिन उद्यान, उद्योग, रक्षा और यूपिडा (पूर्वांचल एक्सप्रेसवे) को छोड़कर किसी भी विभाग ने शत-प्रतिशत खुदाई पूरी नहीं की है। इस पर सभी संबंधित विभागों को शीघ्र शत-प्रतिशत अग्रिम मृदा कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। डीसी मनरेगा को अधिक से अधिक ग्राम पंचायतों में 30×30 वर्ग मीटर स्थल चिन्हित कर मियावाकी पद्धति से वृक्षारोपण कराने के निर्देश दिए गए। साथ ही वर्ष 2024-25 में वृक्षारोपण की स्थलीय सत्यापन रिपोर्ट न देने वाले विभागों को अंतर्विभागीय सत्यापन रिपोर्ट शीघ्र प्रस्तुत करने को कहा गया। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिया गया कि चयनित 24 फिल्टर चेम्बरों के पास की खाली भूमि पर वर्षा काल में बहने वाले दूषित जल के प्राकृतिक शोधन हेतु कैना प्रजाति के पौधे लगाए जाएं।
गंगा एवं उसकी सहायक नदियों के किनारे खुले में शौच पर रोक को लेकर नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों और जिला पंचायत विभाग को जनजागरूकता बोर्ड लगाने और खुले में शौच करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए। प्रभागीय निदेशक/सदस्य सचिव ने बताया कि वृहद वृक्षारोपण अभियान के लिए सभी विभागों को पौधों की आपूर्ति हेतु इंडेंट (मांग पत्र) जारी किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि आगामी सप्ताह तक सभी मांग पत्र जारी कर दिए जाएं। बैठक में परियोजना निदेशक राजेश यादव, डीसी मनरेगा समेत संबंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।